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पुष्कर यात्रा : प्राणहिता में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति और पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों ब्रह्म देवता और प्राणहिता नदी की विधिवत पूजा-अर्चा कर 12 दिनों तक चलने वाली पुष्कर यात्रा का शुभारंभ किया गया। यात्रा के पहले ही दिन पड़ोसी छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना राज्य के 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं नेे अपनी उपस्थिति दर्शायी। मुख्य पूजा के बाद श्रद्धालुओं ने प्राणहिता नदी तट पर पवित्र डूबकी लगाकर श्रद्धा व सूमन के साथ पूजा विधि पूर्ण की। इस बीच पालकमंत्री शिंदे ने श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध करने और यात्रा के दौरान कोरोना के मार्गदर्शक नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। मुख्य पूजा के दौरान पालकमंत्री शिंदे के साथ क्षेत्र के विधायक धर्मरावबाबा आत्राम, गड़चिरोली के विधायक डा. देवराव होली, पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, जिलाधिकारी संजय मीणा, अपर पुलिस अधीक्षक अनुज तारे समेत अन्य अधिकारी प्रमुखता से उपस्थित थे।
बता दें कि, देश की कुल 12 नदियों में से एक नदी तट पर 12 वर्ष बाद पुष्कर यात्रा का आयोजन किया जाता है। इस बार यह आयोजन सिरोंचा शहर से सटी प्राणहिता नदी तट पर किया जा रहा है। प्राणहिता नदी के विट्ठलेश्वर घाट और नगरम घाट में श्रद्धालुओं के लिए पवित्र स्नान की सुविधा की गयी है। धार्मिक मुहूर्त के अनुसार ब्रह्मदेवता की पूजा का समय दोपहर 3.33 बजे का था। सरकारी हेलिकॉप्टर से सिरोंचा पहुंचे पालकमंत्री शिंदे के हाथों इसी समय प्राणहिता नदी के विट्ठलेश्वर घाट में पूजा-अर्चा की। इस बीच पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त रखा गया था। आगामी 24 अप्रैल तक चलने वाली इस यात्रा में तकरीबन 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
बुधवार को पहले ही दिन 10 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंचने की जानकारी जिला प्रशासन ने साझा की है। यहां पहुंच रहें श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रशासन ने कई तरह की सुविधा उपलब्ध करायी है। वर्तमान में प्राणहिता नदी लबालब अवस्था में है। इस कारण पवित्र डूबकी लगाने के लिए प्रशासन ने सीमाएं बनाई हैं। इसी सीमा के भीतर श्रद्धालु पवित्र डूबकी लगा रहे हंै। हजारों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपने रिवाजों के अनुसार नदी में उतरकर पवित्र प्राणहिता नदी की पूजा के साथ ब्रह्मदेव की विधिवत पूजा की। कोरोना संक्रमण के करीब 2 वर्ष बाद सिरोंचा मुख्यालय में एकसाथ हजारों श्रद्धालु पहुंचने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गयी है। किसी भी प्रकार की स्थिति को कैमराबंद करने के लिए प्रशासन ने ड्रोन कैमरे की भी मदद ले रखी है। इस बीच श्रद्धालुओं को आराम करने के लिए विश्राम कक्ष के साथ नहाने के लिए शॉवर के साथ स्वच्छतागृह की व्यवस्था भी की गयी है। मुख्य पूजा करने के उपरांत पालकमंत्री शिंदे ने सभी श्रध्दालुओं को पुष्कर मेले की शुभकामनाएं देते हुए यह यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न करने की अपील भी की।
पालकमंत्री शिंदे ने भी किया पवित्र स्नान : पुष्कर यात्रा की मुख्य पूजा अर्चा के उपरांत राज्य के नगर विकास मंत्री व गड़चिरोली के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी प्राणहिता नदी में पवित्र डूबकी लगायी। इस समय उन्होंने समूचे राज्य में खुशहाली की कामना भी की। इस दौरान विधायक धर्मरावबाबा आत्राम ने भी पवित्र डूबकी लगाकर विधिवत पूजा की।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात : 12 वर्ष बाद एक बार आयोजित किये जाने वाले पुष्कर मेले की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस विभाग ने सिरोंचा के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती रखी है। सिरोंचा के हर चौक और नदी तट पर जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए विभाग के 800 पुलिस जवानों के साथ 20 अधिकारी यहां तैनात किये गये हैं।
तेलंगाना के तीनों घाट लबालब
प्राणहिता नदी के पार तेलंगाना राज्य बसा हुआ है। इसी नदी के तेलंगाना राज्य में कुल तीन घाट है। इन घाट पर भी पुष्कर यात्रा के लिए पवित्र स्नान की व्यवस्था तेलंगाना सरकार द्वारा की गयी है। इस राज्य के मंचेरियाल िजले के अर्जुनगुंटा, देवूलावा और वेनमपल्ली नदी घाट होकर वर्तमान में तीनों घाट पूरी तरह लबालब अवस्था में है। फलस्वरूप नदी में उतरकर स्नान करना असंभव है। इसी कारण तेलंगाणा राज्य के श्रद्धालु भी सिरोंचा तट पर पहुंचकर पवित्र स्नान कर रहे हंै।
Created On :   14 April 2022 4:03 PM IST