दोगुने से अधिक कैदी, 333 की जगह 700 बंदी

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
विचाराधीन कैदियों की संख्या अधिक दोगुने से अधिक कैदी, 333 की जगह 700 बंदी

नीलेश व्याहाड़कर , चंद्रपुर । यदि कोई अपराध किया गया तो, उसकी सजा मिलना तय है। जब न्यायाधीश द्वारा सजा सुनाई जाती तो, आरोपी को जेल में बंदी रखा जाता है। लेकिन जिस जेल में कैदियों को बंदी बनाया जा रहा है, वह अब ‘हाऊस फुल’ हो चुकी है, 33 कैदियों की जगह 700 बंदियों को रखा गया है।  जानकारी के अनुसार वर्तमान स्थिति में चंद्रपुर की जेल में क्षमता से अधिक कैदी बंदी होने की बात सामने अयी है। चंद्रपुर जेल में कैदियों को रखने की क्षमता 333 है। जिसमें महिला 11 तथा पुरुष 322 ऐसा विभाजन किया गया है। लेकिन प्रत्यक्ष में जेल के भीतर लगभग 700 के आस-पास कैदी कैद हैं। लगभग दुगने कैदियों पर ध्यान रखने कारागृह प्रबंन को बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बता दें कि चंद्रपुर की जेल पर दो जिलों का बोझ है। इसमें चंद्रपुर तथा गड़चिरोली का समावेश है।

700 कैदियों में से लगभग 200 कैदी गड़चिरोली जिले के हैं। जेल में कुल 14 बैरक है, जिनमें से 4 बड़े बैरक है जहां 80 से 82 कैदियों को रखा जाता है। जबकि 8 छोटे बैरक हैं।  जहां 25-25 कैदियों को रखा जाता है। इसी के साथ महिलाओं के लिए 2 बैरक है जिसमें 11 कैदियों की क्षमता है। जिला जेल में महिला कैदियों की क्षमता 11 है, लेकिन अब 33 महिला कैदी है।  पुरुषों की संख्या 322 है, लेकिन अब पुरुष कैदी 667 है। इस बढ़ती संख्या के कारण कारागृह में कैदियों काे रहने में काफी परेशानियां हो रही हैं।  एक बैरक की क्षमता 45 कैदियों की है, लेकिन जहां 80 से 84 कैदियों को रखना पड़ रहा है। जिससे इन्हंे संक्रमित बीमारी के साथ त्वचारोग  का भी सामना करना पड़ रहा है। जबकि इनकी देखभाल के िलए यहां वैद्यकीय अधिकारी है। जहां तीन माह के अंतराल में मरीजों की स्वास्थ्य जांच तथा स्वास्थ शिविर का आयोजन कर उनके स्वास्थ्य की जांच की जाती। अंग्रेज कालीन चंद्रपुर जेल का निर्माण वर्ष 1876 में हुआ।  लगभग 7.5 हेक्टेयर जगह पर बसे जेल में जेल इमारत सहित कर्मचािरयों के निवास तथा मैदान है।  

सर्वाधिक विचाराधीन कैदी
क्षमता से अधिक बोझ झेल रही चंद्रपुर जिला जेल में सर्वाधिक कैदियों में विचाराधीन कैदियों का समावेश है। इन कैदियों की संख्या लगभग 680 के आस-पास है। 

कोरोनाकाल में 150 रिहा
कोराेना काल में कैदियों की संख्या काफी बढ़ गई थी। कोरोना का बढ़ता संक्रमण देखते हुए न्यायालय ने 150 विचाराधीन कैदियों को रिहा करने के आदेश दिए थे। उनके आदेश पर जिला जेल से इन कैदियों को रिहा किया गया

सभी सुविधाएं उपलब्ध
जेल में कैद कैदियों को समय अनुसार खाना, नाश्ता, चाय मिलता है। इसी के साथ मनोरंजन की दृष्टि से सभी बैरक में टीवी लगाया गया है। खेल की दृष्टि से कैरम, चेस भी उपलब्ध है। 

एक हजार किताबें
जेल में बंद कैदियों का ज्ञान बढ़े तथा उनमें अच्छा इंसान बनने की इच्छा निर्माण हो इसके लिए सभी प्रकार के प्रयास किए जाते हैं। जबकि उनका ज्ञान बढ़े तथा उन्हंे किताबें पढ़ने मिले इसके लिए जेल में एक हजार किताबें उपलब्ध करवाई गईं हैं। 

Created On :   16 Jan 2023 2:03 PM IST

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