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मध्य प्रदेश: पीएम मोदी ने एक लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स से किया संवाद
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के पथ विक्रेता (street vendors) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सीधे तौर पर संवाद किया। प्रदेश के करीब एक लाख से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स से पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ें और जमीनी हालात को जाना। इस संवाद के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सरकार के सभी मंत्रियों के साथ मौजूद रहे। बता दें कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत बैंकों से स्ट्रीट वेंडर्स को ऋण दिलाया जा रहा है। जिसमें मध्य प्रदेश पूरे देश में अव्वल राज्य है।
पीएम स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर नीधि के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर्स को सशक्त बना रही मोदी सरकार।
— BJP (@BJP4India) September 9, 2020
स्ट्रीट वेंडर्स 10,000 तक के ऋण का उठा सकते हैं लाभ।
योजना में 50 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स को कवर करने का लक्ष्य। #AatmaNirbharVendor https://t.co/YUi8B6a1k1
संवाद के दौरान इंदौर के सांवेर के छगन लाल ने प्रधानमंत्री मोदी को बताया, स्व-निधि योजना ने किस तरह उसे समस्या से उबारने का काम किया है। छगन लाल ने बताया कि वह झाड़ू बनाकर बेचने का काम करता है, मगर कोरोना की पूर्णबंदी के कारण उसके कामकाज पर असर पड़ा, अब स्व-निधि येाजना के तहत मिले कर्ज से उसके कारोबार को फि र गति मिलने लगी है ।
छगन लाल ने बताया, एक दिन परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर पचास से ज्यादा खजूर की झाड़ू बनाता है और उसके बाद अगले दिन बेचता है, अब उसका परिवार ठीक चल रहा है। प्रधानमंत्री ने उसे परामर्श भी दिया कि झाडू में पाइप आदि का जो उपयोग होता है, उसे खरीदार से झाडू के खराब होने पर वापस लेने का प्रयास करना चाहिए, ताकि उसका रिसाइकिल कर देाबारा उपयोग में लाया जा सके, साथ ही खराब न हुए हिस्से का उपयोग कर लागत को कम किया जा सकता है।
इसी तरह ग्वालियर की अर्चना शर्मा ने अपने अनुभव के आधार पर बताया कि वे टिक्की सेंटर चलाती है। उन्हें स्व-निधि योजना के तहत बगैर ब्याज के कर्ज मिलने की बात पता चली तो उन्होंने नगर निगम मे संपर्क किया और उनका कर्ज मंजूर हो गया। अब उनका कारोबार बेहतर तरीके से चल रहा है।
राजधानी भोपाल के पास रायसेन जिले के सांची में सब्जी बेचने वाले ढाल चंद ने प्रधानमंत्री को बताया कि वह सड़क किनारे सब्जी का ठेला लगता है और एक जमीन भी किराए पर ले रखी है और उस पर सब्जी पैदा कर रहा है। ढाल चंद ने बताया कि स्व-निधि उसके लिए बडी मददगार बनी है। वह डिजिटल पेमेंट का भी सहारा ले रहा है जिससे लेन-देन में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो।
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में कोविड-19 की मुश्किल घड़ी में प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में एक लाख हजार छोटे-छोटे व्यवसाइयों को व्यवसाय उन्नयन के लिए ऋण दिया गया। इन्हें कुल 115 करोड़ रूपए की राशि मंजूर की गई। इस योजना में सिर्फ तीन हफ्ते में 8 लाख 78 हजार पंजीयन किए गए।
एक जून से शुरू पीएम स्वनिधि योजना में मध्यप्रदेश में चार लाख पथ विक्रेताओं को परिचय पत्र और वेंडर प्रमाण पत्र भी जारी किए गए हैं। कुल दो लाख 40 हजार पात्र हितग्राहियों के आवेदन पोर्टल पर बैंकों के समक्ष प्रस्तुत किए जा चुके हैं। अब तक एक लाख 15 हजार हितग्राहियों को मंजूरी मिल चुकी है।
प्रत्येक स्ट्रीट वेंडर्स के खाते में जमा होंगे 10 हजार रुपए
कोरोना संक्रमण की वजह से देशभर में लॉकडाउन लागू किया गया था। इस वजह से रेहड़ी-पटरी वालों की आजीविका पर बड़ा असर पड़ा है। केंद्र सरकार ने ऐसे लोगों की मदद के लिए स्वनिधि योजना की शुरुआत 01 जून, 2020 की है।
क्या है प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ?
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत रेहड़ी-पटरी वाले दुकानदारों को छोटी राशि का कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना में बिना किसी गारंटी के पथ विक्रेताओं को 10 हजार रुपए तक लोन दिया जाता है। इस पर ब्याज की दर भी कम होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक जून को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस योजना को हरी झंडी दी गई थी।
Created On :   9 Sept 2020 9:55 AM IST