भोपाल सेंट्रल जेल में पुरुषों के सामने हुआ लड़कियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट

Pregnancy Test of girls in front of men in Bhopal Central Jail
भोपाल सेंट्रल जेल में पुरुषों के सामने हुआ लड़कियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट
भोपाल सेंट्रल जेल में पुरुषों के सामने हुआ लड़कियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली लड़कियों ने भोपाल सेंट्रल जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस भर्ती में कम ऊंचाई के कारण चयन न होने पर प्रदर्शन कर रही इन लड़कियों को गिरफ्तार किया गया था। इन्हीं गिरफ्तार लड़कियों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनका प्रेग्नेंसी टेस्ट जेल में पुरुषों के सामने करवाया गया। पीड़ित लड़कियों का आरोप है कि जेल में उन्हें कैदी की तरह रखा गया, उन्होंने पुलिस जवानों पर भी बदसलूकी का आरोप लगाया है। लड़कियों ने कहा कि प्रेग्नेंसी टेस्ट के दौरान पुरुष जेल प्रहरी ताका-झांकी कर रहे थे। जब हमने विरोध दर्ज कराया तो हमें चुप करा दिया गया।

 

 

लड़कियों का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह ने उनकी फरियाद न सुनकर उन्हें जेल भिजवा दिया, जहां जेल प्रशासन ने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया। ये लड़कियां अपनी मांग को लेकर तीन दिन तक भोपाल के शाहजहांनी पार्क में उपवास कर रही थी। बता  दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस में महिला उम्मीदवारों की भर्ती के लिए ऊंचाई में छूट देने की घोषणा की थी। पुलिस में भर्ती होने की इच्छुक ये लड़कियां सभी परीक्षाओं में सफल रहीं, लेकिन ऊंचाई 155 सेंटीमीटर से कम होने के कारण इन लड़कियों को नियुक्ति के लायक नहीं माना गया। जिसके बाद सभी लड़कियों ने मुख्यमंत्री की घोषणा याद दिलाते हुए भोपाल में प्रदर्शन किया। जिस दौरान सभी लड़कियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। 

 

जमानत पर रिहा हुईं लड़कियां

पूरी रात जेल में रहने के बाद लड़कियों को अगले दिन कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। अब लड़कियां इसकी शिकायत महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग में करेंगी। लड़कियों ने बताया कि जेल में उन्हें उन कैदियों के साथ बिठाया गया जो हत्या के जुर्म में गिरफ्तार हुए थे। उन्होंने कहा कि सीएम ने हमसे वादा किया था कि पुलिस आरक्षक की भर्ती में 3 सेंटीमीटर की छूट दी जाएगी तो फिर इसमें हमारा क्या गुनाह है। 

 

कमलनाथ ने साधा निशाना

इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि मामा के राज में भांजियां, मामा की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में लंबाई में छूट की घोषणा को पूरी करने की मांग को लेकर पिछले 3 दिनों से भोपाल में धरना दे रही थीं। आज जब वो लाल परेड मैदान में मामा से मिलने गयीं तो, मिलना तो दूर, उलटा जेल भिजवा दिया गया। ये है मामा का भांजियों के लिए सम्मान....

 

 

वहीं लड़कियों के लगाए आरोपों पर केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने कहा कि जो भी महिला जेल में बंदी के रूप में आती है, उसका मेडिकल परीक्षण कराना सामान्य प्रक्रिया होती है। इसमें प्रेग्नेंसी टेस्ट भी शामिल है। उन्होंने कहा कि तांक-झांकी वाला मामला उनके संज्ञान में नहीं है।

 

इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि मामा ने भांजियों को लज्जित करने का काम किया है। 

 

Created On :   15 Jun 2018 5:47 PM IST

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