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भोपाल सेंट्रल जेल में पुरुषों के सामने हुआ लड़कियों का प्रेग्नेंसी टेस्ट
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली लड़कियों ने भोपाल सेंट्रल जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस भर्ती में कम ऊंचाई के कारण चयन न होने पर प्रदर्शन कर रही इन लड़कियों को गिरफ्तार किया गया था। इन्हीं गिरफ्तार लड़कियों ने जेल प्रशासन पर आरोप लगाया कि उनका प्रेग्नेंसी टेस्ट जेल में पुरुषों के सामने करवाया गया। पीड़ित लड़कियों का आरोप है कि जेल में उन्हें कैदी की तरह रखा गया, उन्होंने पुलिस जवानों पर भी बदसलूकी का आरोप लगाया है। लड़कियों ने कहा कि प्रेग्नेंसी टेस्ट के दौरान पुरुष जेल प्रहरी ताका-झांकी कर रहे थे। जब हमने विरोध दर्ज कराया तो हमें चुप करा दिया गया।
They (police) took our pregnancy test, male constables even peeped inside changing rooms. We were made to sit with prisoners arrested for murder. CM himself had promised relaxation in height criteria (currently 158 cm), what"s our crime?: Girls who accused police of misbehaving pic.twitter.com/Q3rYTV5pzP
— ANI (@ANI) June 14, 2018
लड़कियों का कहना है कि सीएम शिवराज सिंह ने उनकी फरियाद न सुनकर उन्हें जेल भिजवा दिया, जहां जेल प्रशासन ने उनके साथ ऐसा व्यवहार किया। ये लड़कियां अपनी मांग को लेकर तीन दिन तक भोपाल के शाहजहांनी पार्क में उपवास कर रही थी। बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस में महिला उम्मीदवारों की भर्ती के लिए ऊंचाई में छूट देने की घोषणा की थी। पुलिस में भर्ती होने की इच्छुक ये लड़कियां सभी परीक्षाओं में सफल रहीं, लेकिन ऊंचाई 155 सेंटीमीटर से कम होने के कारण इन लड़कियों को नियुक्ति के लायक नहीं माना गया। जिसके बाद सभी लड़कियों ने मुख्यमंत्री की घोषणा याद दिलाते हुए भोपाल में प्रदर्शन किया। जिस दौरान सभी लड़कियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
जमानत पर रिहा हुईं लड़कियां
पूरी रात जेल में रहने के बाद लड़कियों को अगले दिन कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। अब लड़कियां इसकी शिकायत महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग में करेंगी। लड़कियों ने बताया कि जेल में उन्हें उन कैदियों के साथ बिठाया गया जो हत्या के जुर्म में गिरफ्तार हुए थे। उन्होंने कहा कि सीएम ने हमसे वादा किया था कि पुलिस आरक्षक की भर्ती में 3 सेंटीमीटर की छूट दी जाएगी तो फिर इसमें हमारा क्या गुनाह है।
कमलनाथ ने साधा निशाना
इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि मामा के राज में भांजियां, मामा की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में लंबाई में छूट की घोषणा को पूरी करने की मांग को लेकर पिछले 3 दिनों से भोपाल में धरना दे रही थीं। आज जब वो लाल परेड मैदान में मामा से मिलने गयीं तो, मिलना तो दूर, उलटा जेल भिजवा दिया गया। ये है मामा का भांजियों के लिए सम्मान....
मामा के राज में भाँजिया,मामा की पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में लंबाई में छूट की घोषणा को पूरी करने की माँग को लेकर पिछले 3 दिनो से भोपाल में धरना दे रही थी
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) June 13, 2018
आज जब वो लाल परेड मैदान में मामा से मिलने गयी तो मिलना तो दूर,उलटा जेल भिजवा दिया गया
ये है मामा का भाँजियो के लिये सम्मान.
वहीं लड़कियों के लगाए आरोपों पर केंद्रीय जेल भोपाल के अधीक्षक दिनेश नरगावे ने कहा कि जो भी महिला जेल में बंदी के रूप में आती है, उसका मेडिकल परीक्षण कराना सामान्य प्रक्रिया होती है। इसमें प्रेग्नेंसी टेस्ट भी शामिल है। उन्होंने कहा कि तांक-झांकी वाला मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि मामा ने भांजियों को लज्जित करने का काम किया है।
कंस ने अपने भांजे को मारने की साजिश रची थी मगर मध्य प्रदेश के कथित मामा ने तो भांजियों को लज्जित करने का काम किया है अपना हक मांगने वाली भांजियों को पहले तो जेल भेजा और फिर उनका प्रेगनेंसी टेस्ट कराया शिवराज कुछ तो शर्म करो |
— Office Of Ajay Singh (@ASinghINC) June 14, 2018
Created On :   15 Jun 2018 5:47 PM IST