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पिनाराई दूसरी बार बने केरल के मुख्यमंत्री, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने दिलाई शपथ, लेफ्ट ने जीतीं थी 99 सीटें
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। केरल में आज पिनाराई विजयन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। लेफ्ट की तरफ से वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। राज्यपाल आरिफ खान ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह तिरुवनंतपुरम के स्टेडियम में कोविड प्रोटोकॉल के साथ हुआ है। 2016 में उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। विजयन के साथ आज 21 कैबिनेट के सदस्यों ने मंत्रीपद की शपथ ली।
CPI(M) leader Pinarayi Vijayan took oath as the Chief Minister of Kerala today. He was administered the oath by Governor Arif Mohammad Khan. pic.twitter.com/RaPAyAT4Sl
— ANI (@ANI) May 20, 2021
Thiruvananthapuram: 20 ministers of the new Kerala cabinet, including NCP"s AK Saseendran, Indian National League"s (INL) Ahammad Devarkovil, R Bindu and PA Mohammed Riyas, take oath along with CM Pinarayi Vijayan. pic.twitter.com/Zp5FWSRBjF
— ANI (@ANI) May 20, 2021
शपथ ग्रहण में शामिल हुए ये लोग
6 अप्रैल को केरल में चुनाव हुए थे और दो मई को रिजल्ट आया था। लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है। कोरोना वायरस की वजह से लेफ्ट ने इस पूरे समारोह को काफ़ी साधा रखने की कोशिश की। 50 हजार की आबादी वाले तिरुवनंतपुरम के स्टेडियम में कुल 500 लोगों को बुलाया गया है। इस समारोह मे कोविड प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया गया।
कोर्ट के फैसले की वजह से कम लोगों में हुआ शपथ ग्रहण
दरअसल,बुधवार को केरल हाई कोर्ट ने कहा था फिजिकल शपथ ग्रहण की अनुमति तभी दी जाएगी जब शपथ ग्रहण में सीमित लोगों को बुलाया जाएगा। बंगाल और तमिलनाडू में भी कम लोगों को शपथ ग्रहण में बुलाया गया था।
कौन है पिनाराई विजयन
पिनाराई विजयन को आपातकाल के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। रिहाई के वक्त पिनाराई विजयन ने अपनी खून से दागदार शर्ट को लहराते हुए एक भाषण दिया था। जिसमें उन्होंने कथित क्रूरता का सम्मान किया। उनका जन्म कन्नूर जिले के एक गरीब परिवार में हुआ था और पेरलास्सेरी हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। वह पूर्व विश्वविद्यालय अध्ययन के लिए सरकारी ब्रेनन कॉलेज में शामिल हो गए। उन्होंने 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) में औपचारिक रूप से शामिल होने से पहले छात्र संघों के माध्यम से सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। उन्होंने 1986 में कन्नूर जिला सचिव चुने जाने से पहले, कन्नूर में जिला समिति और जिला सचिवालय के सदस्य होने सहित पार्टी में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
कितनी सीटों से जीती लेफ्ट
केरल में विधानसभा चुनाव अप्रैल में थे दो मई को रिजल्ट आया। 140 सीटों में से 90 से ज्यादा सीटें लेफ्ट ने जीती थी। वहीं, कांग्रेस 46 पर सिमट गई थी। भाजपा सिर्फ़ 1 सीट पर सिमट गई थी।
Created On :   20 May 2021 5:00 PM IST