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पटवारी को रिश्वत लेने के आरोप में किया गिरफ्तार, पैसों के लिए टीम ने उतरवाई पेंट
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में भले ही भष्टाचार को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार बड़े-बड़े दावे करती है। लेकिन कोई भी सरकार इसे रोकने में नाकाम रहीं है। खुले मंच से अधिकारी को फटकार लगाने ही नहीं बल्कि सस्पेंड करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रदेश में तो अधिकारी अब भी बेखौफ हैं। मध्यप्रदेश में लोकायुक्त की टीम ने एक पटवारी को 35 हजार रूपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। यही नहीं पटवारी से रिश्वत के रूपए लेने के लिए लोकायुक्त की टीम को उसकी पेंट तक उतरवाने की आवश्यकता पड़ गयी।
दरअसल लोकायुक्त टीम ने मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पटवारी अभिनव चतुर्वेदी को अपने घर पर बने ऑफिस से नामांतरण के बदले 35 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। जहां पटवारी ने फतेहपुर रोड पर अपने घर में ही ऑफिस बना रखा था।
लाईव हिन्दुस्तान के मुताबिक, लोकायुक्त टीम ने जब उसके ऑफिस पर रेड मारी तो पटवारी और उसके परिजनों ने पुलिस टीम को चकमा देने का प्रयास भी किया। लेकिन पटवारी रिश्वत ली गई रकम को लेकर भागने में सफल नहीं हो पाया। पकड़े जाने के बाद टीम के द्वारा पूछे जाने पर उसने आरोप से साफ इनकार किया। लेकिन पुलिस ने जब आरोपी पटवारी से रिश्वत की रकम देने की बात कही तो उसने कहा कि उसके पास कुछ भी पैसे नहीं है। इसके बाद पुलिस टीन ने उसकी पेंट उतरवा दिया, तब उसकी पेंट से रिश्वत में लिए गए पैसों को बरामद किया गया। और आरोपी पटवारी को अरेस्ट भी कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, पटवारी अभिनव चतुर्वेदी का घर फतेहपुर रोड पर है वहीं उसने अपना ऑफिस बनवा रखा है। आरोपी पटवारी ने राजेन्द्र उर्फ रिंकू जैन को मकान के नामांतरण के बदले 35 हजार की रिश्वत देने की बात कही थी। रिंकू जैन ने रिश्वत की बातचीत के साथ ही लोकायुक्त से पटवारी की शिकायत थी। राजेंद्र ने लोकायुक्त टीम को पहले ही बता दिया था कि बुधवार को पटवारी ने पैसे लेकर उसके घर पर बने ऑफिस पर ही बुलाया है। फिर वह पटवारी को पैसे देने के लिए उसके ऑफिस गया था। राजेन्द्र जैसे ही ऑफिस से पटवारी को पैसे देने के बाद बाहर आया, तो मौके पर मौजूद लोकायुक्त टीम ने पटवारी को उसके ही ऑफिस में पकड़ लिया।
Created On :   19 Jan 2022 6:35 PM IST