यूनेस्को के लिये नामांकित होगा पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व

Panna Biosphere Reserve will be nominated for UNESCO
यूनेस्को के लिये नामांकित होगा पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व
यूनेस्को के लिये नामांकित होगा पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व की स्थापना प्रदेश के तीसरे बायोस्फीयर रिजर्व के रूप में वर्ष 2011 में हुयी थी। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को बायोस्फीयर रिजर्व का वर्ल्ड नेटवर्क-यूनेस्को से जोडने को लेकर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा कावायद शुरू कर दी है। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को डब्ल्यूएनबीआर-यूनेस्को में नामांकित करवाये जाने के संबंध में पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को से इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही करते हुये प्रस्ताव चाहा गया है। पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिये गये निर्देशों पर एप्को द्वारा प्रस्ताव तैयार करके इस संबंध में पन्ना जिले के कलेक्टर को तैयार किये गये प्रस्ताव पर जिला स्तर पर सुझाव चाहे गये हैं। साथ ही साथ मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्राद्योगिक परिषद द्वारा बायोस्फीयर प्रबंधन कार्य योजना के अंतर्गत लैंड स्टडी रिपोर्ट तैयार करके जिले के विभिन्न विभागों से अभिमत प्रदाय करने का भी आग्रह किया गया है।
 

कलेक्टर ने की चर्चा
कलेक्टर द्वारा इस संबंध में पन्ना टाइगर रिजर्व तथा जिले के दोनों वन मण्डलों के अधिकारियों तथा इससे जुड़े अन्य अधिकारियों के साथ इस चाहे गये इस प्रस्ताव पर चर्चा की गयी और सभी आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करने के संबंध में प्राप्त प्रोजेक्ट रिपोर्ट के संबंध में बायोस्फीयर रिजर्व क्षेत्र में शामिल पन्ना के साथ ही छतरपुर जिले के वन विभाग की ओर से इस संबंध में सभी कार्यवाही पूर्ण करने को कहा गया है। यदि पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को विश्व नेटवर्क में नामांकित करने के बाद इसे शामिल किया जाता है तो इससे बायोस्फीयर रिजर्व क्षेत्र में पर्यावरण वन्य प्राणी संरक्षण, जैवविविधता संरक्षण के क्षेत्र में होने वाले कार्यों को लेकर यूनेस्को से आर्थिक मदद मिलेगी और पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान स्थापित हो सकेगी।
 

दो जिलों में फैला है क्षेत्र
पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व मध्यप्रदेश का तीसरा बायोस्फीयर रिजर्व है। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व 2 जिलों पन्ना एवं छतरपुर जिले के 6 विकासखण्डों को कवर करता है। प्रत्येक जिले में तीन-तीन ब्लॉक हैं बायोस्फीयर रिजर्व में कुल 303 गांव तथा 3 शहरी क्षेत्र पन्ना, खजुराहो, अजयगढ़ की सीमायें लगी हुयी हैं। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व के कुल क्षेत्रफल का 64.16 प्रतिशत क्षेत्र पन्ना जिले में तथा शेष 35.84 प्रतिशत क्षेत्र छतरपुर जिले में आता है। बायोस्फीयर रिजर्व में 3 संरक्षित क्षेत्र पन्ना नेशनल पार्क, गंगऊ अभ्यारण्य तथा केन घडिय़ाल संचूरी सम्मिलित है। बायोस्फीयर रिजर्व में टाइगर रिजर्व का कोर एरिया 792.53 वर्ग किमी, पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर का 989.20 वर्ग किमी तथा विस्तारित क्षेत्र जिसमें जिले का उत्तर वनमण्डल, दक्षिण वन मण्डल तथा छतरपुर वन मण्डल का कुल 1219.25 वर्ग किमी का क्षेत्र सम्मिलित है।
 

इनका कहना है
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार को ईप्को द्वारा पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को विश्व नेटवर्क से जोडऩे के लिये कार्यवाही के संबंध में आवश्यक प्रस्ताव भेजे जा चुके हंै। प्राप्त निर्देशों के अनुसार तैयार की गयी प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर बायोस्फीयर रिजर्व के संबंध में जिला स्तर पर विभिन्न विभागों से सुझाव एवं प्रस्ताव भी मांगे गये हैं। इसको लेकर जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित करके आवश्यक प्रक्रिया एवं कार्यवाहियां की जा रही हैं। पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व के वल्र्ड नेटवर्क में शामिल किये जाने पर इसका बड़ा लाभ मिलेगा तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पन्ना बायोस्फीयर रिजर्व को पहचान मिलेगी।

- सजीव सचदेव मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी एवं नोडल अधिकारी बायोस्फीयर रिजर्व एप्को भोपाल

 

Created On :   30 Jan 2019 1:25 PM IST

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