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पद्मश्री फातिमा जकेरिया का कोरोना से निधन

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद। मौलाना आजाद शिक्षण संस्था (एमएईएस) तथा मौलाना आजाद शिक्षण ट्रस्ट (एमएईटी) की अध्यक्ष एवं ख्यात पत्रकार पद्मश्री फातिमा रफीक जकेरिया का कोरोना से ग्रस्त होने के चलते देहांत हो गया। वह 85 वर्ष की थीं। उनके पश्चात दो बेटे वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय पत्रकार फरीद जकेरिया और उद्योगपति अरशद हैं। मुंबई विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य के रूप में भी वर्षों तक सेवाएं देने वाली सुश्री जकेरिया को 1983 में पत्रकारिता में एकता के लिए सरोजिनी नायडू पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। उनका अंतिम संस्कार बुधवार, 7 अप्रैल को सुबह 10 बजे मौलाना आजाद कैम्पस में उनके पति मरहूम डाॅ. रफीक जकेरिया की कब्र के समीप सभी कोरोना नियमों एवं दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए किया जाएगा।
फातिमा जकेरिया ने अपने पति डाॅ. रफीक जकेरिया के निधन के पश्चात वर्ष 2005 में समूचे महाराष्ट्र में गुणात्मक शिक्षा के लिए प्रसिद्ध मौलाना आजाद संस्था की अध्यक्ष के रूप में बागडोर संभाली थी। उन्हें 2006 में साहित्य तथा शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने को लेकर पद्मश्री से सम्मानित किया गया। सुश्री जकेरिया होटल मैनेजमेंट ट्रस्ट के ‘बोर्ड ऑफ गवर्नर’ की कार्यकारी उपाध्यक्ष थीं। वर्ष 1958 से सामाजिक कार्य के प्रति समर्पित फातिमा जकेरिया ने पिछड़ों, शोषित बच्चों, महिलाओं और अनाथों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और नि:शुल्क भोजन आपूर्ति आदि सेवाओं से समाज कार्य आरंभ किया था। उन्होंने 1970 में टाइम्स ऑफ इंडिया में अपने पत्रकारिता पर्व की शुरूआत की और राजनीतिक तथा सांस्कृतिक मामलों पर गंभीर रिपोर्टिंग कर विश्व का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने राष्ट्रीय अंग्रेजी समाचार पत्र में वरिष्ठ सहायक संपादक के रूप में भी अपना कर्तव्य निभाया। सुश्री जकेरिया ताज ग्रुप ऑफ होटल्स की ओर से प्रकाशित ताज पत्रिका की संपादक थी। उन्होंने साहित्य तथा शिक्षा क्षेत्र में विविध प्रयोगों द्वारा महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Created On :   7 April 2021 11:17 AM IST