सी जी स्कूल पोर्टल मे हमारे नायक सुनीता देशमुख को मिला सम्मान!

डिजिटल डेस्क | सी जी स्कूल पोर्टल मे आज हमारे बीच नायक के रूप में दंतेवाड़ा जिले की शिक्षिका श्रीमती सुनीता देशमुख जी है। आज के हमारे नायक शिक्षिका श्रीमती सुनीता देशमुख शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला टेकनार विकासखंड की शिक्षिका है। श्रीमती देशमुख ने अपने परिश्रम, लगन व शिक्षकीय ज्ञान से अपने विद्यालय के परिवेश को विद्यार्थियों के लिए सुलभ व मनमोहक बनाया है। कई पुरस्कार व सम्मान प्राप्त करने वाले आज के हमारे नायक सुनीता देशमुख जी 2005से शिक्षा विभाग में कार्यरत है। आमाराइट प्रायोजना पर चर्चा के दौरान सुनीता जी ने बताया कि अपने प्रधान पाठक के मार्गदर्शन व स्टाफ के शिक्षकों के सहयोग से उन्होंने आमाराइट प्रायोजना पर विगत दिनों कार्य किया है।
इनके शाला की दर्ज संख्या 50है। इन सभी बच्चो के लिए टेकनार स्कूल के शिक्षक काफी सक्रिय होकर कार्य करते है। आमाराइट प्रायोजना में उत्कृष्ट कार्यः- कोरोना समयावधि में बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर रखना कठिन कार्य है, परंतु छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की मेहनत ने इसे कर दिखाया है। आमाराइट I am right का छत्तीसगढ़ी में संक्षिप्त नाम है, जिसे स्कूल शिक्षा विभाग ने पहली से बारहवीं तक के बच्चों के लिए संचालित किया है। इसके तहत् ग्रीष्मकाल के अवकाश में बच्चों को प्रायोजना कार्य देकर उनके ज्ञान प्राप्त करने की गति को निरन्तरता देने का प्रयास किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों और पालकों को कोविड-19संक्रमण के बाद भी शिक्षा की धारा से जोड़ना है।
पूर्व माध्यमिक शाला टेकनार के शिक्षकों ने इस पर काफी बेहतर कार्य किया है। हमसे चर्चा के दौरान श्रीमती देशमुख ने जानकारी दिया कि वे स्टाफ के अन्य शिक्षकों के मदद से बच्चों से मिलकर प्रायोजना का प्रश्न पत्र दिये। मोहल्ला क्लास में प्रायोजना के प्रश्नों को हल करने में होने वाली परेशानियों को दूर किया तथा सभी पालकों को भी इसके लिए प्रेरित करती रही। वर्तमान स्थिति में लगभग सभी दर्ज बच्चों का प्रायोजना पूर्ण हो गया है। आमाराइट प्रायोजना कार्य प्रधानपाठक एन सी साहा व शिक्षक संजीव सिंह पैकरा ने भी महत्वपूर्ण कार्य व सहयोग दिए है। श्रीमती देशमुख ने प्रायोजना कार्य के अंतर्गत विभिन्न कलाकृति, चित्रकारी, मिट्टी के खिलौने बनाने आदि पर भी बच्चों को गाइड किया है।
वे स्वयं के खर्चे से बच्चो को कलर पेन, ड्राइंग शीट, पेंसिल भी देती है, ताकि ग्रामीण अंचल के बच्चों को प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सके। विद्यालय स्तरीय आयोजनों में बेहतर सहयोगः- श्रीमती देशमुख जी ने इको क्लब गठित करके पौधारोपण, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, इको फ्रेंडली गतिविधियों पर भी कार्य किया है। वे बाल संसद के माध्यम से बच्चों में सक्रियता लाने में सफल रही है। शून्य निवेश नवाचार व कबाड़ से जुगाड़ गतिविधियों के लिए श्रीमती देशमुख की अपनी अलग पहचान है। टीएलएम गतिविधियों में ये टेकनार संकुल में अव्वल रही है। श्रीमती देशमुख के पति भी शिक्षक है, वे दोनों शिक्षा के विकास के लिए कार्य करने में सुखद अनुभव करते है। अपने कार्य मे कर्तव्यनिष्ठता के कारण ही सुनीता जी को 2019में मुख्यमंत्री गौरव अलंकार योजना अंतर्गत ज्ञानदीप सम्मान मिला है।
सुनीता जी के बेहतर कार्यो के कारण शिक्षा जगत में उनकी अपनी पहचान अलग है। आज इनके जैसे कई हमारे शिक्षक साथी अपने दायित्यों को इन कठिन परिस्थितियों में भी बेहतर ढंग से निभा रहे है। छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य है, जहाँ कोविड-19का संक्रमण के बाद भी पढ़ई तुहर दुआर योजना के तहत् बच्चों के घर तक शिक्षा को पहुँचाया गया है। आज हमारे नायक के रूप में आये हमारे बीच के शिक्षक साथी सुनीता जी ने भी इस योजना में शुरू से कार्य किया है। सी जी स्कूल पोर्टल मे सुनीता को सम्मान मिलने पर जिला शिक्षा कार्यालय दंतेवाड़ा से जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा, सहायक संचालक अहिल्या ठाकुर, जिला मिशन समन्वयक एस एल शोरी, जिला परियोजना अधिकारी केशव सिंह, सहायक परियोजना समन्वयक ढलेश आर्य, बुधराम कोवासी, जिला मीडिया प्रभारी राजेंद्र पांडे संकुल समन्वयक नागेश जायसवाल ने सुनीता को शुभकामनायें प्रेषित किये।
Created On :   27 July 2021 3:53 PM IST