ध्यानाकर्षण सूचना पर नहीं मिला उत्तर, विपक्ष ने जमकर किया हंगामा

Opposition did not get answers to questions, ruckus in assembly
ध्यानाकर्षण सूचना पर नहीं मिला उत्तर, विपक्ष ने जमकर किया हंगामा
ध्यानाकर्षण सूचना पर नहीं मिला उत्तर, विपक्ष ने जमकर किया हंगामा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ध्यानाकर्षण सूचना पर तत्काल उत्तर की मांग को लेकर विपक्ष ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। हंगामे के कारण सभा को 10 मिनट के लिए स्थगित भी करना पड़ा। विपक्ष का आरोप है कि सरकार जनसमस्याओं पर उत्तर देने के लिए गंभीर नहीं है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने उत्तर देने की तैयारी जताते हुए कहा कि विपक्ष इस मामले को प्रतिष्ठा का सवाल न बनाए। नियम 105 के तहत ध्यानाकर्षण सूचना रखी गई थी। नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ष्ण विखे पाटील, विजय वडेट्टीवार,यशोमति ठाकुर समेत अन्य सदस्यों ने सूचना के माध्यम से राज्य में कपास उत्पादकों को इल्ली के कारण हुए नुकसान के बारे में सरकार से उत्तर मांगने की तैयारी की थी। 

कृषि संकट का मामला सत्र के पहले दिन से ही गूंजा

कपास उत्पादकों और कृषि संकट का मामला सत्र के पहले दिन से ही गूंज रहा है। विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने ध्यानाकर्षण सूचना पर चर्चा अगले दिन तक लंबित रखने को कहा था। अध्यक्ष का कहना था कि इस सूचना पर उत्तर देने के लिए सरकार को प्रशासन से पर्याप्त जानकारी नहीं मिली है। सरकार के निवेदन पर चर्चा को लंबित रखा जा रहा है। वहीं विपक्ष के सदस्याें ने कहा कि कपास उत्पादकों की परेशानी से जुड़ी ध्यानाकर्षण सूचना पर सरकार को प्रशासन से जानकारी नहीं मिलना गंभीर विषय है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि कपास का विषय विदर्भ का बड़ा विषय है। सरकार के पास उत्तर देने के लिए जानकारी नहीं होना, साफ जाहिर कर रहा है कि सरकार गंभीर नहीं है।

विपक्ष ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरा

नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ष्ण विखे पाटील ने कहा कि कामकाज सारिणी के अनुसार बुधवार को ही नियम 293 के तहत कृषि संकट पर चर्चा होनी है। सरकार के पास ध्यानाकर्षण सूचना पर उत्तर के लिए जानकारी नहीं है। तो सरकार चर्चा पर क्या उत्तर दे सकती है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा यवतमाल में कीटनाशक के प्रभाव से किसानों की मौतत मामले को लेकर भी सरकार गंभीर नहीं थी। विपक्ष के सदस्य यवतमाल गए और पता लगा क तब कृषि आयुक्त यवतमाल दौरे पर गए थे। राकांपा सदस्य अजित पवार ने कहा कि कपास संकट से संबंधित ध्यानाकर्षण सूचना का उत्तर नहीं देने वालों पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। सदस्य दिलीप वलसे पाटील ने भी सरकार की गंभीरता पर प्रश्न उठाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सभी प्रश्नों के उत्तर देने को तैयार है। इसके पहले भी ध्यानाकर्षण सूचना पर चर्चा लंबित रही है। लिहाजा इस मामले को विपक्ष प्रतिष्ठा का विषय न बनाए।

Created On :   13 Dec 2017 12:22 PM GMT

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