ग्रामीणों की मांग पर एक दिन में बना दी पुलिस चौकी
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले की भामरागढ़ तहसील पूरी तरह आदिवासी बहुल और नक्सल प्रभावित है। तहसील का मन्नेराजाराम क्षेत्र छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा से सटा है। यहां स्थित इंद्रावती नदी के तट पर मन्नेराजाराम गांव बसा हुआ है। किसी भी तरह की घटना के बाद इसी नदी के रास्ते छग. राज्य के नक्सली गड़चिरोली जिले में प्रवेश करते हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ नक्सलियों का डटकर मुकाबला करने के उद्देश्य से पुलिस विभाग ने मन्नेराजाराम में पुलिस मदद केंद्र की स्थापना की है। केवल एक ही दिन में विभाग के कर्मचारियों ने गांव में यह पुलिस चौकी आरंभ की है।
पुलिस चौकी के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान विभाग द्वारा ग्रामीणों के लिए जनजागरण सम्मेलन का भी आयोजन किया गया। जहां नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सामग्री का वितरण किया गया। इस पुलिस चौकी को बनाने के लिए बड़ी संख्या में जवानों को कार्य पर तैनात किया गया। इसमें 1 हजार मनुष्यबल के साथ 10 जेसीबी, 10 ट्रेलर, 3 पोकलेन, 40 ट्रकों की मदद से नाममात्र एक ही दिन में इस पुलिस चौकी का निर्माणकार्य पूर्ण किया गया। इस पुलिस चौकी में वायफाय सुविधा के साथ 20 पोर्टा कैबिन, टाॅयलेट सुविधा, मैक वॉल आदि की सुविधा उपलब्ध है। चौकी की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग के 3 अधिकारी, 46 पुलिस कर्मचािरयों समेत एसआरपीएफ के 2 अधिकारी, 50 पुलिस कर्मचारी और सीआरपीएफ के 1 असिस्टंेट कमांडर के साथ 4 अधिकारी और 60 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
पुलिस चौकी के उद्घाटन कार्यक्रम में गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, सीआरपीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक लोकेंद्र सिंह, पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल, सीआरपीएफ 9 बटालियन के कमांडंेट बालापुरकर, अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) अनुज तारे, अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक यतिश देशमुख, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) कुमार चिंता, भामरागढ़ के उपविभागीय पुलिस अधिकारी नितीन गणापुरे, मन्नेराजाराम पुलिस मदद केंद्र के प्रभारी अधिकारी उमेश कदम आदि उपस्थित थे।
Created On :   6 Jan 2023 3:09 PM IST