जिला परिषद स्कूलों में बढ़ी विद्यार्थियों की संख्या, कम पड़ी पाठ्यपुस्तकें

Number of students increased in Zilla Parishad schools, less textbooks
जिला परिषद स्कूलों में बढ़ी विद्यार्थियों की संख्या, कम पड़ी पाठ्यपुस्तकें
नागपुर जिला परिषद स्कूलों में बढ़ी विद्यार्थियों की संख्या, कम पड़ी पाठ्यपुस्तकें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत विद्यार्थियों को दिए जाने वाले नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक जिप स्कूलों में कम पड़ गए। शिक्षा विभाग ने 23 हजार 268 अतिरिक्त पुस्तक उपलब्ध कराने का बालभारती को मांग पत्र भेजा। दरअसल, स्कूल खुलने से बीते साल के यूडायस की अांकड़ेवारी के आधार पर पुस्तकों की मांग की जाती है। शिक्षा विभाग का कहना है कि इस वर्ष जिला परिषद स्कूलों में विद्यार्थी संख्या साढ़े छह हजार बढ़ गई है, जिसके कारण पुस्तकें कम पड़ी हैं। 

पहली से आठवीं कक्षा को नि:शुल्क पुस्तकें
शिक्षा का अधिकार अधिनियम अंतर्गत पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को नि:शुल्क पुस्तकें दी जाती हैं। सरकारी तथा अनुदानित व अनुदान पात्र स्कूलों के विद्यार्थी नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक योजना के लाभार्थी हैं। समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती हैं। स्कूलों की मांग अनुसार बालभारती के माध्यम से स्कूलों को पुस्तकों का वितरण किया जाता है।

1,50,972 विद्यार्थियों का किया था रजिस्ट्रेशन
शैक्षणिक वर्ष 2020-2021 की विद्यार्थी संख्या के आधार पर पहली से आठवीं कक्षा के 1 लाख, 50 हजार 972 विद्यार्थियों के लिए पुस्तकों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया गया था। बालभारती ने मांग के अनुसार, पुस्तकों की सप्लाई कर दी। स्कूल खुलने पर पहले ही दिन विद्यार्थियों में पुस्तकों का वितरण किया गया। विद्यार्थी संख्या बढ़ जाने से पुस्तकें कम पड़ीं। हजारों विद्यार्थी पुस्तकों से वंचित रह गए। उन्हें पुस्तकें उपलब्ध कराने जिला परिषद के शिक्षा विभाग को फिर से बालभारती के पास मांग करनी पड़ी। महाराष्ट्र शिक्षा परिषद ने पुस्तकों की मांग को मंजूरी प्रदान करने की शिक्षा विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी।

तहसील में पुस्तकों की अतिरिक्त मांग
नागपुर ग्रामीण : 4053
उमरेड         : 2296
भिवापुर        : 1076
कुही           : 831
रामटेक        : 1059
मौदा           : 1604
पारशिवनी     : 1553
काटोल       : 1901
नरखेड़       : 1267
सावनेर       : 809
कलमेश्वर    : 1744
कामठी       : 2513
हिंगना        : 2562
 

Created On :   1 Aug 2022 10:07 AM IST

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