अब सीएम बनना चाहते हैं, डीसीएम बनने का रिकार्ड बना चुके अजीत पवार

Now wants to become CM, Ajit Pawar has made record of becoming DCM
अब सीएम बनना चाहते हैं, डीसीएम बनने का रिकार्ड बना चुके अजीत पवार
चार बार बन चुके हैं उप मुख्यमंत्री अब सीएम बनना चाहते हैं, डीसीएम बनने का रिकार्ड बना चुके अजीत पवार

विजय सिंह कौशिक। मुंबई संविधान में भले ही उप मुख्यमंत्री पद का कोई प्रावधान नहीं है पर गठबंधन सरकारों के चलते उप मुख्यमंत्री का पद महाराष्ट्र में पारंपरिक बन चुका है। अब तक महाराष्ट्र में 12 उप मुख्यमंत्री हो चुके है, जिसमे से सर्वाधिक चार बार इस पद पर बैठने का रिकार्ड अजीत पवार के पास है।

अजीत अब इस पद से अजीज आ गए हैं और अब वे मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। इस बात को वे सार्वजनिक रूप से कह भी चुके है। शनिवार को उनके गृह नगर पुणे में लगे होर्डिंग में अजीत को भावी मुख्यमंत्री के तौर पर पेश किया गया।  देश के संविधान में मुख्यमंत्री और मंत्री पद का ही प्रावधान है पर गठबंधन सरकार में दूसरे नंबर के सहयोगी दल के नेता को सरकार के दूसरे क्रमांक का दर्जा देने के लिए उप मुख्यमंत्री पद का तमगा दे दिया जाता है। 1 मई  1960 को महाराष्ट्र राज्य के गठन के साथ ही यशवंत राव चव्हाण राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने जबकि राज्य में पहली बार 1978 में उप मुख्यमंत्री का पद अस्तित्व में आया और 5 मार्च 1978 को नाशिकराव तीरपुडे उप मुख्यमंत्री बनाए गए। हालांकि उनका कार्यकाल सिर्फ 5 महीने का ही रहा। 18 जुलाई 1978 को उनकी छुट्टी हो गई। 5 साल बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामराव आदिक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया। इसके बाद 10 साल तक राज्य में कोई उप मुख्यमंत्री नहीं रहा।

 1995 में महाराष्ट्र में भाजपा शिवसेना युति की पहली बार सरकार आने पर मुख्यमंत्री पद शिवसेना को मिला और भाजपा के गोपीनाथ मुंडे उपमुख्यमंत्री बनाए गए। इसके बाद 1999 में आई कांग्रेस-राकांपा सरकार में डीसीएम का पद राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को मिला। 27 दिसंबर 2003 को राकांपा ने अपने मराठा नेता विजय सिंह मोहिते पाटिल को उपमुख्यमंत्री बना दिया। मोहिते पाटिल के बेटे रंजीत सिंह मोहिते पाटिल फिलहाल भाजपा में है। वर्ष 2004 में कांग्रेस राकांपा सरकार की वापसी के बाद डीसीएम का पद फिर राकांपा के हिस्से आया और आर आर पाटिल उपमुख्यमंत्री बनाए गए। मुंबई में आतंकी हमले के बाद पाटिल को इस्तीफा देना पड़ा और 8 दिसंबर 2008 को छगन भुजबल दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बने। नवंबर 2010 में अजीत पवार ने उप मुख्यमंत्री बनने की जिद की और पार्टी को उन्हें यह पद सौपना पड़ा। उसके बाद अजीत चार बार उप मुख्यमंत्री बनाए जा चुके हैं, जिसमें उनका 48 घंटे का कार्यकाल भी शामिल है। जिसके बारे में वे कभी बात नहीं करना चाहते। 

महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री
नाम                          कार्यकाल
नाशिक राव तिरपुड़े   5 मार्च 1978 से 18 जुलाई 1978
रामराव आदिक।     2 फरवरी 1983 से 5 मार्च 1985
गोपीनाथ मुंडे         14 मार्च 1995 से 11 अक्टूबर 1999
छगन भुजबल।     18 अक्टूबर 1999 से 23 दिसंबर 2003
विजय सिंह मोहिते पाटिल 27 दिसंबर 2003 से 19 अक्टूबर 2004
आर आर पाटिल 1 नवंबर 2004 से 7 दिसंबर 2008
छगन भुजबल।   8 दिसंबर 2008 से 26 दिसंबर 2009
छगन भुजबल।    7 नवंबर 2009 से 10 नवंबर 2010
अजीत पवार।     11 नवंबर 2010 से 25 सितंबर 2012
अजीत पवार      25 अक्टूबर 2012 से 27 सितंबर 2014
अजित पवार  - 23 नवंबर 2019 से 26 नवंबर 2019
अजित पवार  - 30 दिसंबर 2019 से 29 जून 2022 तक 
देवेंद्र फडणवीस  30 जून 2022 से अत तक 
 

Created On :   22 April 2023 7:30 PM IST

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