अब पेड़ खुद ही बता देंगे अपनी जानकारी

Now the trees themselves will tell their information
अब पेड़ खुद ही बता देंगे अपनी जानकारी
क्यूआर कोड अब पेड़ खुद ही बता देंगे अपनी जानकारी

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर।  पेड़ के बारे में पूरी जानकारी, इसके उपयोग आदि जानने के लिए चंद्रपुर स्थित वन प्रबोधनी ने अभिनव पहल कर पेड़ पर ‘क्यूआर कोड’ विकसित किया है। इस क्यूआर कोड का लोर्कापण राज्य के वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के हाथांे वन प्रबोधनी परिसर में किया गया। खास बात यह है कि क्यूआर कोड के माध्यम से अब पेड़ अपने बारे में खुद ही अपनी जानकारी दे देंगे। ‘टॉकिंग ट्री’ यानी बात करने वाला पेड़ ऐसा यह उपक्रम है। इस उपक्रम के तहत चंद्रपुर वन प्रबोधनी परिसर के विभिन्न प्रजातियों के पेड़ाें को मोबाइल के माध्यम से पहचाना जा सकेगा। साथ ही प्रत्येक प्रजाति के बारे में विस्तृत जानकारी विजुअल के माध्यम से उपलब्ध होगी। वन प्रबोधनी परिसर के प्रत्येक पेड़ पर बोर्ड के रूप में क्यूआर कोड लगाया जाएगा।

मोबाइल ऐप ‘टॉकिंग ट्री’ के जरिए क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद संबंधित पेड़ विभिन्न भाषाओं में अपने बारे में जानकारी देगा। वन प्रबोधनी परिसर में बड़ी संख्या में वन व वनेत्तर प्रजातियों के पेड़ है। इस ऐप का उपयोग करके परिसर की जैव विविधता के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना संभव होगा। क्यूआर कोड का लोकार्पण करने के बाद वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि, विसापुर में बनने वाले बॉटनिकल गार्डन में भी वन विभाग यह उपक्रम लागू करे। पेड़ पर क्यूआर कोड की अभिनव संकल्पना के लिए वन मंत्री ने प्रबोधनी के संचालक एम. श्रीनिवास रेड्डी का अभिनंदन किया। इस समय कैम्प के प्रधान मुख्य संरक्षक शैलेश टेंभुर्णे, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) महिप गुप्ता, चंद्रपुर के मुख्य वनसंरक्षक प्रकाश लोणकर, ताड़ोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प के संचालक जीतेंद्र रामगावकर, विभागीय वन अधिकारी प्रशांत खाडे, वन प्रबोधिनी के सलाहकार मंगेश इंदापवार आदि उपस्थित थे।

Created On :   25 Nov 2022 12:51 PM IST

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