अब गांव की आशा और शहर की ऊषा कार्यकर्ता हडताल पर
डिजिटल डेस्क,पन्ना। एक ओर जहां सरकार की लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन में प्रशासन पूरी ताकत लगाये हुए है वहीं स्वास्थ्य तथा महिला बाल विकास के माध्यम से संचालित योजनाओं का शहर एवं गांवों में क्रियान्वयन करने वाली महिलाओं ने अपनी मांग को लेकर सरकार के विरोध में मोर्चा खोल रखा है। आंगनबाडी वर्कस महिलायें पिछले २१ दिन से हडताल पर होते हुए धरने पर बैठकर उग्र प्रदर्शन कर रही है। इसके बाद विगत ३१ मार्च से स्वास्थ्य विभाग की मैदानी योजनाओं की क्रियान्वयन में अहम रोल अदा करने वाली आशा तथा शहरी क्षेत्र ऊषा कार्यकर्तायें हडताल पर कूद गई है। आशा ऊषा कार्यकर्ताओ के साथ ही आशा सहयोगिनी सुपरवाईजर भी इस आंदोलन में शामिल होकर आंदोलनरत है। आंदोलनरत आशा ऊषा कार्यकर्ताओ ने आज अपनी मांगो को लेकर ज्ञापन सौपते हुए कल दिनांक ०५ अप्रैल को नगर में रैली निकलने की सूचना दी है। आशा ऊषा कार्यकर्ताओं को शासन द्वारा मानदेय के रूप में २००० रूपए की राशि दी जाती है। जिसे बढाकर १० हजार रूपए की मांग वह लंबे समय से कर रही है। वहीं आशा सहयोगिनी सुपरवाईजरों का मानदेय १५ हजार रूपए किये जाने की मांग की जा रही है। आशा ऊषा कार्यकर्ता सहयोगिनी संगठन ने द्वारा बताया गया कि मांगों को लेकर पन्ना नगर में ०५ अप्रैल को विशाल रैली निकाली जायेगी तथा ज्ञापन सौपा जायेगा। मांगे पूरी नही होने पर उग्र आंदोलन किया जायेगा।
Created On :   5 April 2023 11:51 AM IST