मुख्यालय में नहीं रहने वाले डॉक्टरों की अब खैर नहीं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन डॉक्टर मुख्यालय में नहीं रहने से मरीजों को समय पर उपचार नहीं मिलता। जिप उपाध्यक्ष तथा स्वास्थ्य समिति सभापति कुंदा राऊत ने गत सप्ताह ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान अनेक डॉक्टर मुख्यालय में नहीं रहने से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा प्रभावित होने की जानकारी सामने आई। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया है। मुख्यालय में नहीं रहने वाले डॉक्टरों की अब खैर नहीं। मुख्यालय में नहीं रहने वाले डॉक्टर पर कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का दौरा किया
राऊत गत सप्ताह जिले के 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और रास्ते में उपकेंद्रों में पहुंचीं। उपस्थित डॉक्टर और कर्मचारी व मरीजों के साथ संवाद साधकर समस्या जानी। डॉक्टर मुख्यालय में नहीं रहने से मरीजों की असुविधा के अनेक उदाहरण सामने आए। सरकारी निवास के अभाव में डॉक्टर मुख्यालय में नहीं रह पाने का जवाब मिला। उन्होंने निवासी की सुविधा नहीं है, वहां डॉक्टरों को किराए के कमरे में रहने की ताकीद दी। जो डॉक्टर समय पर अस्पताल में उपस्थित नहीं रहते, उन्हें समय का पालन करने व अपना नाम तथा मोबाइल नंबर दर्शनी हिस्से में फलक पर लिखने की सूचना दी। अनेक अस्पतालों में डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारी तथा अन्य संवर्ग के पद रिक्त हैं। उसे भरने के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजने के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक सेलोकर को निर्देश दिए।
Created On :   22 Feb 2023 10:45 AM IST