आदिवासी समाज को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने की जरूरत

Need to add tribal society to the mainstream of education
आदिवासी समाज को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने की जरूरत
राज्य के आदिवासी विकास मंत्री डा. विजय गावित बोले आदिवासी समाज को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने की जरूरत

डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली।  दो दिवसीय गड़चिरोली जिले के दौरे पर पहुंचे राज्य के आदिवासी विकास मंत्री डा. विजयकुमार गावित ने चामोर्शी तहसील के नक्सल प्रभावित रेगड़ी गांव पहुंचकर सरकारी आश्रमशाला के छात्रावास के निर्माणकार्य का भूमिपूजन किया। इस समय उन्होंने कहा कि, आदिवासी बच्चों के लिए विभाग ने सभी सुविधायुक्त आश्रमशाला समेत छात्रावास आरंभ किए हैं। आदिवासी समाज के बच्चों की क्षमता काफी अधिक है। देश और क्षेत्र के विकास में यह बच्चे भी अपना योगदान दे सकते हैं। इस कारण आदिवासी समाज के सभी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ने की आवश्यकता है। 

छात्रावास निर्माणकार्य का भूमिपूजन करने के बाद मंत्री डा. गावित के हाथों रेगड़ी गांव में धान खरीदी केंद्र का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में विधायक डा. देवराव हाेली, आदिवासी विकास विभाग के अपर आयुक्त रवींद्र ठाकरे, गड़चिरोली के प्रकल्प अधिकारी डा. मैनक घोष, आदिवासी विकास विभाग के अधीक्षक अभियंता उज्वल डाबे, कार्यकारी अभियंता वर्षा घुसे, उपायुक्त दशरथ कुलमेथे, रेगड़ी की सरपंच मोहिता लेकामी आदि उपस्थित थे। डा. गावित ने कहा कि, आदिवासी विकास विभाग के माध्यम से विभिन्न प्रकार की योजनाएं क्रियान्वित की गई है। समाज के बच्चों के लिए मॉडल आश्रमशाला के साथ सभी सुविधायुक्त छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है। 

भविष्य में निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी आश्रमशालाओं का विकास किया जाएगा। इस समय विधायक डा. होली ने कहा कि, सरकारी आश्रमशाला में विद्यार्थियों की पटसंख्या को बढ़ाने की आवश्यकता है। इस दृष्टि से आश्रमशाला में कार्यरत शिक्षकों द्वारा कार्य करने का आह्वान उन्होंने किया। कार्यक्रम का संचालन संतोष कन्नाके ने किया तथा उपस्थितों का आभार सहायक प्रकल्प अधिकारी नीलय राठौड़ ने किया। 
 
  

Created On :   10 Dec 2022 3:13 PM IST

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