‘वनवासी क्षेत्रों में एकात्मिक योजना की आवश्यकता’

Need for integrated planning in forest dwelling areas
‘वनवासी क्षेत्रों में एकात्मिक योजना की आवश्यकता’
उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवा ‘वनवासी क्षेत्रों में एकात्मिक योजना की आवश्यकता’

डिजिटल डेस्क,नागपुर। केरल के वायनाड में वनवासी लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का काम राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से संबद्ध स्वामी विवेकानंद मेडिकल मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है। विशेष बात यह है कि पिछले 40 वर्ष मेंं केरल सरकार की ओर से कभी कोई परेशानी नहीं हुई। देशभर के वनवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वावलंबन और संस्कार युक्त एकात्मिक योजना के क्रियान्वित किए जाने की आवश्यकता है। यह बात पद्मश्री घोषित डाॅ. अजय सगदेव ने कही।

डाॅ. सगदेव को 9 नवंबर को पद्मश्री से नवाजा जाएगा। मूल नागपुर निवासी और पिछले 40 वर्षों से केरल के मुुट्‌टी स्थित वायनाड क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे डाॅ. सगदेव प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सन 1980 में सामाजिक दायित्व का निर्वहन करने के लिए वायनाड में काम शुरू किया। एक झोपड़ी में दो बिस्तरों का अस्पताल था। उस समय वहां अच्छी सड़कें नहीं थी। आज 30 बिस्तरों का अस्पताल है जहां वनवासी लोगों को नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा रही है। इस अवसर प्रोजेक्टर के माध्यम से उनकी गतिविधियों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर नागपुर श्रमिक पत्रकार संघ के शिरीष बोरकर, तिलक पत्रकार भवन ट्रस्ट के उपाध्यक्ष विश्वास इंदुरकर, चारूदत्त घटवाई, सेवानिवृत्त कर्नल महेश देशपांडे, वरिष्ठ पत्रकार पराग जोशी, सुजाता सगदेव, विनय सगदेव, विवेक इंदुरकर उपस्थित थे।

 

Created On :   1 Nov 2021 11:43 AM IST

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