- Home
- /
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना के नाम पर...
प्रधानमंत्री रोजगार योजना के नाम पर लोगों को लगाया 65 लाख का चूना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के नाम पर लोगों को लाखों रुपए से चूना लगाने का मामला सामने आया है। योजना के नाम पर लाखों रुपए दिलाने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपए की ठगी की गई है। प्रकरण दर्ज कर आरोपी प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को अवकाशकालीन अदालत में पेश कर पीसीआर में लिया गया है। फरार संचालक की तलाश जारी है।
इस तरह बना रहे थे लोगों को बेवकूफ
आरोपी प्रबंधक स्मित कुमार बाबू सिंह जाधव (33) अकोली ताड़ा, उमरखेड (जिला यवतमाल) वर्तमान में पैरामिड सिटी बेसा निवासी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि संचालक रितेश सुभाषचंद गुप्ता कटनी (जबलपुर) वर्तमान में बेसा स्थित अर्चना रेसिडेंसी निवासी है। दिसंबर 2018 में रितेश ने नागपुर के हुडकेश्वर थाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री रोजगार योजना (पी.एम.ई.जी.पी.) नाम से ऑफिस खोल रखा था। प्रधानमंत्री रोजगार योजना के अलावा कई अन्य सरकारी योजनाओं का लोगों को झांसा दिया। उनसे आवेदन फार्म भरवाए और 10 से 25 लाख रुपए लोन दिलाने का झांसा दिया।
योजनाएं सरकारी होने से 50 प्रतिशत सब्सिडी का भी लालच दिया। इसके लिए सी.ए. की प्रोजेक्ट रिपोर्ट, स्टैंप ड्यूटी और अन्य दस्तावेज लाने को कहता था। यह रिपोर्ट भी रितेश और स्मित कुमार ही लोगों को बनवाकर देते थे। बदले में 1-1 लाख रुपए लेते थे। इसके अलावा लोन मंजूर होने और लॉगिंग का मैसेज मोबाइल पर आते ही अलग से 5 हजार 200 रुपए लिए। यह मैसेज स्मित कुमार और रितेश ही लोगों को किसी अन्य नंबर से भेजते थे।
बताया जाता है कि नकली प्रोजेक्ट रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज थमाकर लोगों से रुपए वसूल करने का इनका गोरखधंधा कई महीनों से चल रहा था, मगर दिसंबर 2018 से अभी तक एक भी व्यक्ति को योजनाओं का लाभ नहीं मिला तो कुछ लोगों को संदेह हुआ। संबंधित थाने को सूचना दी गई। पुष्टि होते ही पुलिस ने रितेश के दफ्तर में छापा मारा। प्रबंधक स्मित कुमार पुलिस के हाथ लगा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार को अवकाशकालीन अदालत में पेश कर उसे 11 तारीख तक पीसीआर में लिया गया है। संचालक रितेश फरार है। उसकी तलाश जारी है।
बढ़ सकता है आंकड़ा
62 पीड़ितों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्हें आरोपियों ने 65 लाख 22 हजार 400 से ठगा है। निरीक्षक संदीप भोसले ने पीड़ितों की संख्या और ठगी का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताई है।
Created On :   8 April 2019 10:52 AM IST