म.प्र. में जल जीवन मिशन में तेजी से काम जारी -मुख्यमंत्री श्री चौहान अब तक 3236 ग्राम,25 हजार आँगनवाडी और 43 हजार स्कूल में नल से जल पहुँचा!

म.प्र. में जल जीवन मिशन में तेजी से काम जारी -मुख्यमंत्री श्री चौहान अब तक 3236 ग्राम,25 हजार आँगनवाडी और 43 हजार स्कूल में नल से जल पहुँचा!
जल जीवन मिशन म.प्र. में जल जीवन मिशन में तेजी से काम जारी -मुख्यमंत्री श्री चौहान अब तक 3236 ग्राम,25 हजार आँगनवाडी और 43 हजार स्कूल में नल से जल पहुँचा!

डिजिटल डेस्क | उज्जैन मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के मूल मंत्र पर मध्यप्रदेश में तेजी से काम किया जा रहा है। प्रदेश के हर वर्ग की चिंता कर उसकी जरूरतों की पूर्ति के लिए योजनाएँ बना कर मैदानी स्तर पर अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इन्हीं योजनाओं में एक महती योजना "जल जीवन मिशन" भी है, जिसके माध्यम से हर घर में नल से शुद्ध जल देना सुनिश्चित किया जा रहा है। जल मिशन की उपलब्धि · 40,56,391 घरों में नल से जल · 3236 ग्रामों में 100% नल से जल · 43,629 स्कूलों में नल से जल · 25,840 आँगनवाड़ियों मे नल से जल मिशन के क्रियान्वयन से अब तक प्रदेश के 3236 ग्रामों में हर घर में सरल, सुगम और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा चुकी है।

इस काम को सभी जिलों में तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रामीण आबादी, विशेषकर महिलाओं जिन्हें पेयजल के लिए सिर पर मटका रख कर लंबी दूरी तय करना पड़ती थी, को परेशानियों से निजात दिलाने के लिए 15 अगस्त 2019 को जल मिशन की घोषणा की। आज यह मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। अब महिलाओं को घर पर ही नल के माध्यम से पेयजल मिलने लगा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। प्रकृति ने हमें नदी और तालाब जैसे पेयजल स्रोत दिये। कुओं से भी हमने पेयजल प्राप्त किया है। समय के साथ हमने नलकूप और हेंडपम्प स्थापित कर भू-जल का उपयोग पेयजल के लिए किया। इससे हमारी आधी-आबादी के परिश्रम में कुछ कमी तो आई लेकिन उन्हें पेयजल की समस्या से पूरी तरह मुक्ति नहीं मिल सकी। जल जीवन मिशन में पेयजल स्रोतों का उपयोग कर और जहाँ पेयजल स्रोत नहीं हैं वहाँ नये स्रोत निर्मित कर ग्रामीण आबादी को नल से जल देकर उनके जीवन में बदलाव लाया जा रहा है।

मिशन के प्रारंभिक चरण में सवा 3 हजार से अधिक गाँवों में हम यह बदलाव देख सकते हैं। शीघ्र ही प्रदेश के सभी गाँव में मिशन के जरिये नल से घर-घर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्राथमिकता वाले इस मिशन के लिए केन्द्र सरकार पर्याप्त मात्रा में आवंटन भी उपलब्ध करवा रही है। मिशन में जून 2020 से गाँवों के हर घर में नल कनेक्शन से जल उपलब्ध करवाने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ। आज 40 लाख 56 हजार 391 ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से निरन्तर जल प्रदाय हो रहा है।

मिशन में ग्रामीण आबादी के घरों सहित स्कूल एवं आँगनबाड़ियों में भी पेयजल के लिए नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। लक्ष्य,प्रत्येक ग्रामीण परिवार, आँगनबाड़ी और स्कूल में गुणवत्तापूर्ण और पर्याप्त जल की आपूर्ति सुनिश्चित किया जाना है। अब तक 25 हजार 840 आँगनबाड़ी और 43 हजार 629 स्कूल में नल से पेयजल की व्यवस्था की जा चुकी है। शेष रहे ग्रामीण परिवारों सहित आँगनबाड़ियों और स्कूलों में भी नल से जलापूर्ति के कार्य लगातार जारी हैं। जल जीवन मिशन के संचालन के लिये राज्य जल एवं स्वच्छता मिशन और जिला जल एवं स्वच्छता मिशन का गठन किया गया है। साथ ही ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति का गठन भी किया जायेगा। योजना में निर्माण लागत की 10 प्रतिशत जन-भागीदारी होगी। ग्रामीणों की जन-भागीदारी श्रम, सामग्री अथवा नगद राशि के रूप में ली जाने का प्रावधान मिशन में है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति बहुल ग्रामों में जन-भागीदारी 5 प्रतिशत रखी गई है।

Created On :   6 Sept 2021 3:14 PM IST

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