मप्र: बोरवेल से 40 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका पांच साल का प्रहलाद, सेना ने 55 फीड गड्ढा खोदा

MP: Five years of Prahlada could not be removed from the borewell even after 40 hours
मप्र: बोरवेल से 40 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका पांच साल का प्रहलाद, सेना ने 55 फीड गड्ढा खोदा
मप्र: बोरवेल से 40 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका पांच साल का प्रहलाद, सेना ने 55 फीड गड्ढा खोदा

डिजिटल डेस्क, निवाड़ी। मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में बोरवेल के गड्ढे में गिरे चार साल के बच्चे प्रह्लाद को बचाने की मुहिम जारी है। बीते 36 घंटों से कोशिश जारी है, मगर अब तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। सेना भी बचाव अभियान में लगी हुई है। वहीं सुरंग बनाने के लिए रेलवे की मशीनें बुलाई गई हैं। निवाड़ी जिले के सेतपुरा गांव में हरिकिशन का चार साल का बेटा प्रह्लाद खेत में खोदे गए बोरवेल में बुधवार को गिर गया था, बीते 36 घंटों से बच्चे के सुरक्षित निकलाने का अभियान जारी है। सेना के दल के साथ अन्य दल राहत और बचाव के काम में लगे हुए है। प्रह्लाद जिस बोरवेल के गड्ढे में गिरा है, उसके समानांतर खुदाई कर गड्ढा खेादा जा रहा है।

बताया गया है कि खेत में बोरवेल के लिए खुदाई की गई थी। लगभग दो सौ फुट खुदाई हुई थी। खेलते समय बुधवार को प्रह्लाद इस गड्ढे में गिर गया था। संभावना इस बात की जताई जा रही है कि बच्चा गड्ढे के बीच मे लगभग 60 फुट की गहराई पर फंसा हुआ है। वहीं खुदाई 50 फुट तक हो चुकी है। अभी खुदाई जारी है। निवाड़ी के जिलाधिकारी आशीष भार्गव ने बताया है कि बच्चे को सुरक्षित निकालने का अभियान जारी है, रेलवे की मशीन बुलाई गई है।

सूत्रों का कहना है कि राहत और बचाव कार्य में लगे दल के सुझाव पर रेलवे की सुरंग बनाने वाली मशीन बुलाई गई है, ताकि खुदाई के बाद गड्ढे तक सुरंग बनाई जा सके। सुरंग बनाए जाने से एक तरफ जहां बच्चे को किसी तरह का नुकसान नहीं हो सकता तो दूसरी मिट्टी आदि के ढहने पर राहत और बचाव कार्य में लगे लोगों केा नुकसान की आशंका नहीं रहेगी।मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चे के सुरक्षित निकालने की कामना करते हुए कहा, ओरछा के सेतपुरा गांव में बोरवेल में गिरे मासूम प्रह्लाद को बचाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ सेना बचाव कार्य में जुटी है। मुझे विश्वास है कि शीघ्र प्रह्लाद को सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा। ईश्वर बच्चे को दीघार्यु प्रदान करें, आप और हम सब मिलकर प्रार्थना करें।

बुधवार सुबह 9 बजे हुआ था हादसा

  • परिजन ने 10 बजे डायल 100 पर सूचना दी।
  • 10.30 बजे SDM, तहसीलदार और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे।
  • 12 बजे कलेक्टर और SP मौके पर गए और रेस्क्यू टीम को जानकारी दी।
  • दोपहर 1 बजे बबीना से लेफ्टिनेंट कर्नल केके गौतम मौके पर पहुंचे।
  • 2.30 बजे बबीना से 16 सदस्यीय टीम रेस्क्यू टीम, झांसी से 3 सदस्यीय नाइट विजन टीम और टीकमगढ़ से NDRF की 7 सदस्यीय टीम मौके पर पहुंची।
  • शाम 6 बजे तक बोरवेल से 30 मीटर दूर से करीब 30 फीट गहरी टनल खोदी गई।
  • गुरुवार सुबह 10 बजे तक रेस्क्यू टीम ने उम्मीद जताई कि दोपहर तक बच्चे को निकाल लिया जाएगा।

Created On :   6 Nov 2020 1:16 AM IST

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