आंदोलन : स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर , एक्स-रे भी रहा बंद
डिजिटल डेस्क, अमरावती। पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए 14 मार्च से हड़ताल पर गए स्थायी कर्मचारियों की वजह से मंगलवार को स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हुई। जिला अस्पताल और सुपर स्पेशलिटी में ऑपरेशन टालने पड़े। वहीं, कर्मचारियों के अभाव में मरीजों को उपचार सहित अन्य काम के लिए इंतजार करना पड़ा। हालांकि चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर काम किया और इमरजेंसी सेवा को शुरू रखा गया।
27 ऑपरेशन टालने पड़े : जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में आंखों के 20 और सामान्य सर्जरी 7 ऐसे करीब 27 ऑपरेशन मंगलवार को टालने पड़े, जो नियमित होते थे। तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के 250 कर्मचारी हड़ताल पर गए। इससे ठेका पद्धति पर 36 कर्मचारी, 80 नर्सिंग और 5 शालेय पथक कर्मचारियों की मदद ली गई। सुपर स्पेशलिटी से 15 स्टॉफ मांगने पर 7 कर्मचारियों की मदद मिली। डेली वेज पर 20 कर्मचारियों बुलाए। हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल से दो शिफ्ट में 10-10 कर्मचारी देने की जानकारी मंगलवार को अस्पताल प्रशासन को दी गई। वहीं, 30 होमगार्ड की मांग की है। सिविल सर्जन डॉ. दिलीप सौंदले का कहना है कि हड़ताल से परेशानी हो रही है, लेकिन हम विकल्प के माध्यम से काम कर रहे हैं।
सुपर स्पेशलिटी में नियमित रूप से 8 मेजर और 16 माइनर ऑपरेशन होते हैं, लेकिन मंगलवार को हड़ताल की वजह से एक भी आॅपरेशन नहीं हुआ। हालांकि चिकित्सक काली पट्टी बांधकर काम पर रहे, जिससे बाह्य रोगी विभाग में 141 और 56 मरीजों को उपचार के लिए भर्ती किया गया। सुपर स्पेशलिटी के 171 कर्मचारियों में से 145 कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए। 19 कर्मचारी अवकाश, ड्रेनिंग और काफी समय से छुट्टी पर हैं जबकि 7 कर्मचारी उपस्थित थे।
सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. अमोल नरोटे ने कहा कि इमरजेंसी चालू है, शेष कोई ऑपरेशन नहीं हुए। वहीं, डफरिन में सामान्य दिन में होने वाले ऑपरेशन टाल दिए। 133 कर्मचारियों में से 82 हड़ताल पर रहे, जबकि 15 डेपोटेशन पर हैं। वहीं, नर्सिंग स्टॉफ में 70 में से 48 हड़ताल पर रहे, जबकि 6 ड्यूटी ट्रेनिंग, 7 छुट्टी पर, 5 एजुकेशन के लिए गए और 5 ड्यूटी पर थे।
Created On :   15 March 2023 3:38 PM IST