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मां ने किडनी देकर अपने कलेजे के टुकड़े को दिया नया जीवन
डिजिटल डेस्क, अमरावती । विभागीय संदर्भ सेवा अस्पताल और सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में फिर एक किडनी प्रत्यारोपण मरीज को नया जीवन दिया गया। 17वां प्रत्यारोपण सुपर स्पेशलिटी व अमरावतीवासियों के लिए गौरव की बात है। इस बार यवतमाल जिले के घाटंजी तहसील के मनोली गांव के निवासी 51 वर्षीय महिला ने 25 वर्षीय बेटे को किडनी देकर उसे जीवनदान दिया। जानकारी के अनुसार मनोली निवासी प्रदीप संजय वाढाई (25) नामक युवक शहर के नेफ्रालॉजिस्ट डॉ. अविनाश चौधरी के यहां डायलिसिस पर उपचार कर रहा था। उसे किडनी की जरूरत थी। पुत्र प्रेम में प्रदीप की मां कमल वाढई ने बेटे को किडनी देकर उसे जीवनदान दिया। अकोला के उपसंचालक कार्यालय के डॉ. तरंग तुषार वारे, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे, विशेष कार्यकारी अधिकारी डॉ. नीलेश पाचबुध्दे के मार्गदर्शन में शल्यक्रिया पूर्ण की गई। शल्यक्रिया के लिए अस्पताल के डॉ. राहुल पोटोडे, डॉ. विक्रम देशमुख, डॉ. राहुल घुले, डाॅ. विशाल बाहेकर, डाॅ. सुधीर धांडे, डॉ. प्रतीक िचरडे ने सर्जन के रूप में काम संभाला। इसमें यूरो सर्जन की भूमिका महत्वपूर्ण थी। जबकि नेफ्रॉलॉजिस्ट डॉ. अविनाश चौधरी, डॉ. स्वप्निल मोडके ने तथा एनेस्थिसिया विशेषज्ञ के रूप में डॉ. प्रणित घोनमोडे, डॉ. बालकृष्ण बागवाले, डॉ. रोेहित हातगांवकर, डॉ. राजेंद्र नेमाडे, डॉ. नंदिनी देशपांडे आदि ने काम संभाला। किडनी प्रत्यारोपण की पूर्व तैयारी मरीजों के रिश्तेदारों का समुपदेशन वैद्यकीय रिपोर्ट, कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करना व समूचा प्रस्ताव राज्य प्राधिकरण समिति यवतमाल के पास अनुमति के लिए पेश करना, इसके लिए किडनी ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर डॉ. सोनाली चौधरी व समाजसेवा अधीक्षक सतीश वडनेरकर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मेट्रन चंदा खोडके के मार्गदर्शन में नर्सिंग स्टाफ की माला सुरकाम, अनिता मडके, संगीता आष्टीकर, दुर्गा घोडिले, नीता कांडलकर, नीलिमा तायडे, तेजस्विनी वानखडे, अभिषेक निचत, आशा बानुडे, जमुना मावस्कर, प्राजक्ता देशमुख, नम्रता दामले, भारती घुसे, अभिजीत देवधर, सुनीता हरणे, कांचन वाघ, प्रफुल जामनेकर आदि ने शल्यक्रिया विभाग व अतिदक्षता विभाग ने काम संभाला।
Created On :   20 Dec 2022 3:20 PM IST