नागपुर जिले की 33 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद

More than 33 percent crop of Nagpur district wasted
नागपुर जिले की 33 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद
अतिवृष्टि का कहर नागपुर जिले की 33 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  पिछले चार महीने में जिले में बाढ़ व अतिवृष्टि की स्थिति रही। लगभग 6250 हेक्टेयर की फसलें बर्बाद हुईं हैं। इन क्षेत्रों में 33 फीसदी से ज्यादा फसल बर्बाद होने से 469.39 लाख का नुकसान हुआ है। जिला प्रशासन की तरफ से फसल नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी गई। अब किसानों को मुआवजे का इंतजार है।

क्षतिपूर्ति इस प्रकार तय
जिले में जून से लेकर सितंबर 2021 (चार महीने) तक सिंचित, बगैर सिंचित व बहुवार्षिक फसल पर नजर डालें तो अतिवृष्टि व बाढ़ से 6250.1 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल बर्बाद हुई है। सोयाबीन, कपास, धान व तुअर का भारी नुकसान हुआ है। कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारियों ने मिलकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके पंचनामे बनाए आैर अपनी रिपोर्ट जिला प्रशासन को दी। सिंचित क्षेत्र के लिए प्रति हेक्टेयर 13500 रुपए, बगैर सिंचित के लिए प्रति हेक्टेयर 6800 रुपए व बहुवार्षिक फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 18 हजार रुपए क्षतिपूर्ति तय की गई है। 11 हजार 95 किसानों का नुकसान हुआ है।  469.39 लाख का नुकसान अपेक्षित है।

सबसे ज्यादा नुकसान इन्हें
सबसे ज्यादा नुकसान जीरायत फसल (बगैर सिंचित) लेने वाले किसानों का हुआ है। इस श्रेणी में 9803 किसान शामिल हैं। सिंिचत व बहुवार्षिक फसल लेने वाले किसानों की संख्या क्रमश: 889 व 403 हैं। पीड़ित किसानों को अभी तक सरकार से मुआवजा नहीं मिल सका है। गत वर्ष हुई फसल बर्बाद का मुआवजा मिल चुका है।

Created On :   5 Oct 2021 9:54 AM IST

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