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तमिलनाडु में ज्यादा लोग ले रहे हैं कोविड वैक्सीन
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों सहित नर्सों ने बुधवार को कहा कि ओमिक्रॉन के डर से राज्य में कोविड के टीकाकरण की संख्या में वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि ओमिक्रॉन के डर से पहले राज्य सामान्य स्थिति में था, लोग टीके लेने से हिचकते थे। विभाग ने कहा कि एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में औसतन प्रति दिन लगभग 40 से 70 टीके लगते थे, लेकिन ओमिक्रॉन के डर के बाद यह बढ़कर 120 से 140 प्रति दिन हो गया, जो लगभग तीन गुना है। मदुरै में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की नर्स राजलक्ष्मी वेलायुधन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, दूसरी लहर के बाद लोग सुस्त थे और टीकाकरण कराने को तैयार नहीं थे। इससे ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण दर में गिरावट आई थी। हालांकि, अब हम देख रहे हैं कि लोग टीकाकरण के लिए आगे आ रहे हैं। मेरे क्षेत्र में बहुत से लोगों ने मुझसे दूसरी खुराक के साथ-साथ बूस्टर खुराक के बारे में भी पूछताछ की है। यह एक स्वागत योग्य संकेत है।
चेंगलपट्टू जिले के पम्मल में एक स्वास्थ्य नर्स सौदामिनी रामकृष्णन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, कोविड -19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने की रिपोर्ट आने के बाद, लोग स्वेच्छा से पीएचसी में आ रहे हैं और वैक्सीन के बारे में पूछताछ कर रहे हैं कि क्या सरकार उन लोगों के लिए बूस्टर खुराक की घोषणा करेगी, जिन्होंने दूसरी खुराक ली है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने कहा कि जागरूकता में वृद्धि हुई है क्योंकि टेलीविजन, रेडियो और प्रिंट मीडिया ओमिक्रॉन वैरिएंट पर कहानियों से भरे हुए हैं और लोग जानते हैं कि टीकाकरण की आवश्यकता है। राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान के उप निदेशक, डॉ. प्रभदीप कौर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वैक्सीन की दूसरी खुराक ली जाए, जबकि ओमिक्रॉन वैरिएंट के संभावित प्रभाव पर अध्ययन चल रहा है। टीके उपलब्ध हैं। इस तरह के किसी भी हमले को रोकने के लिए सबसे अच्छा दांव है। मदुरै के एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज के एपिडेमियोलॉजी, डॉ. रजनी वारियर ने आईएएनएस को बताया, ओमिक्रॉन के हमले को रोकने के लिए टीकाकरण प्रभावी हैं या यह कहें कि यह टीकाकरण वाले लोगों में हल्का हो सकता है।
(आईएएनएस)
Created On :   8 Dec 2021 7:30 PM IST