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मप्र में मानसून सक्रिय: राजधानी में गरज- चमक के साथ बरसे मेघा
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डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी सहित राज्य के अन्य हिस्सों में शुक्रवार को एक बार फिर से गरज- चमक के साथ जबरदस्त बारिश हुई। दोपहर करीब 3 बजे से काली घटाओं ने भोपाल शहर को अपनी आगोश में ले लिया और चारों तरफ अंधेरा छा गया। इसके बाद बादलों की तेज गर्जना और बिजली की चमक ने लोगों में डर दिखाया। इस बीच करीब 30 मिनट तक हुई तेज बारिश ने सड़कों को तर कर दिया। वहीं मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों में बारिश की संभावना जताई है।
यहां हो सकती है भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा और आसपास कम दवाब का क्षेत्र बने होने के कारण बादल छाए हैं और बारिश का क्रम बना हुआ है। ऐसे में आगामी 24 घंटों में छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर सहित 16 जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। बता दें कि राज्य में मानसून की सक्रियता बनी हुई है, जिससे कई हिस्सों में पिछले पांच दिनों से तेज धूप नहीं निकली है।
इतनी हुई बारिश
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी में इस सीजन में जुलाई में बारिश की तीव्रता जून और अगस्त की तुलना में ज्यादा रही। 28 जून काे मानसून पहुंचने के बाद जून के 3 दिन और अगस्त के 31 दिन मिलाकर कुल 34 दिनाें में 59.43 सेमी बारिश हुई। जबकि जुलाई के 16 दिनाें में ही 64.19 सेमी बारिश हाे गई थी।
इन छह मानसूनी सिस्टम से होती है तेज बारिश
विंड सियर जाेन यानी पूर्वी और पश्चिमी हवाओं जब आपस में मिलनती हैं तो तेज बारिश होती है।
दूसरा मीन सी लेवल यानी समुद्र तल से ऊपर ट्रफ लाइन के कारण भारी वर्षा की उम्मीद होती है।
हवा के उपरी भाग में चक्रवात होने पर भी तेज बारिश की संभावना होती है।
कम का दबाव का क्षेत्र होने पर बारिश होने की संभावना होती है।
अति कम दबाव का क्षेत्र होने पर मौसम वैज्ञानिक बारिश की संभावना जताते हैं।
अवदाब यानी डिप्रेशन भी आसपास के क्षेत्रों में अच्छभ् बारिश के लिए जान जाता है।
Created On :   6 Sept 2019 5:30 PM IST