महारोगी सेवा समिति के द्वार पर रोके गए मेधा पाटकर और गांधी विचारक

Medha Patkar and Gandhi ideologues stopped at the gate of Maharogi Seva Samiti
महारोगी सेवा समिति के द्वार पर रोके गए मेधा पाटकर और गांधी विचारक
वर्धा महारोगी सेवा समिति के द्वार पर रोके गए मेधा पाटकर और गांधी विचारक

डिजिटल डेस्क,वर्धा। वर्धा और बाहरी जिलों व राज्य से आए विविध संस्था के गांधी विचारक समाजसेवी मेधा पाटकर के साथ सदिच्छा भेंट हेतु रविवार की शाम 5 बजे दत्तपुर स्थित महारोगी सेवा समिति पहुंचे। लेकिन उन्हें द्वार पर ही रोका गया। इस दौरान समाजसेवी  मेधा पाटकर ने रामजी शुक्ला से बात करने का प्रयास करने पर मिलने नहीं दिया गया। जिसके चलते उपस्थित गांधी विचारकों ने महारोगी सेवा समिति के द्वार पर ही जमकर नारेबाजी की। बता दें कि दत्तपुर स्थित महारोगी सेवा समिति में मरीजों का हालचाल जानने हेतु वर्धा समेत अन्य जगह की संस्था से आएं गांधी विचारकों ने सदिच्छा भेंट देने महारोगी सेवा समिति पहुंचने पर द्वार पर ताला लगाकर समस्त गांधी विचारकों को द्वारा पर ही रोका गया। इतने में पहुंची पुलिस ने समस्त गांधी विचारकों को समझाने का प्रयास किया। परंतु मरीजों से मिलने के लिए आए गांधी विचारकों ने समिति के अंदर प्रवेश करने से रोकने और द्वार पर ताला लगाने की बात पर पुलिस प्रशासन से जवाब मांगा।

स्थिति को देखते हुए वर्धा के विभागीय पुलिस अधिकारी पीयूष जगताप ने मौके पर पहुंचकर गांधी विचारकों से बात कर पांच लोगों को महारोगी सेवा समिति के भीतर जाने की अनुमति दी गई। जिसके पश्चात समाजसेवी मेधा पाटकर, भारती शर्मा, विजय दीवान, नीलाताई आप्टे, लीलाताई चितले, अतुल शर्मा ने अंदर पहुंचकर मरीजों से बातचीत कर हालचाल जाना। साथ ही महारोगी सेवा समिति के विवाद पर मरीजों की क्या राय है, यह जानने की कोशिश की। सदिच्छा भंेट के लिए पहुंचे गांधी विचारकों में मेधा पाटकर, भारती शर्मा, विजय दीवान, करुणा फुटाणे, गार्गी परसाई, मालती देशमुख, नीला आप्टे, अतुल शर्मा, सुषमा शर्मा, सृजन पाटवे समेत अन्य गांधी विचारक उपस्थित थे।

Created On :   18 April 2022 10:59 AM GMT

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