होली के लिए बाजार गुलजार, रंग और पिचकारियों की डिमांड बढ़ी

Market buzzing, demand for colors and pichkaris increased for Holi
 होली के लिए बाजार गुलजार, रंग और पिचकारियों की डिमांड बढ़ी
त्योहार  होली के लिए बाजार गुलजार, रंग और पिचकारियों की डिमांड बढ़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  रंगों का त्योहार होली के लिए बाजार पूरी तरह से सज चुका है। होली आने में कुछ ही दिन शेष हैं। शहर के विविध इलाकों में कई छोटी-बड़ी दुकानों में पिचकारियां, पारंपरिक व हर्बल रंग, गुलाल मिलने लगे हैं। बाजार में बच्चों को आकर्षित करने वाली एक से बढ़कर एक फैंसी और कार्टून पिचकारियां उपलब्ध  हैं। उसी प्रकार विविध तरह के मुखौटे, टोपियां, पुंगी व प्लास्टिक के मास्क बच्चों और बड़ों को काफी आकर्षित कर रहे हैं। महंगाई का असर रंगों व पिचकारियों पर भी दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि, इस साल पिचकारियों के साथ रंग व गुलाल की कीमतों में 10 से 15 प्रश की बढ़ोतरी हुई है। 

टैंक गन में टीम इंडिया के अलग-अलग कैरेक्टर
इस साल भी कार्टून कैरेक्टर वाली पिचकारियों की मांग है। बाजार में एवेंजर, छोटा राजू, पेपा पिग जैसे कार्टून कैरेक्टर की पिचकारियां मिल रही हैं। हर वर्ष पिचकारियों में कुछ न कुछ बदलाव होता है। इस बार टैंक गन में टीम इंडिया के अलग-अलग कैरेक्टर आए हैं। इसके अलावा पाइरो गन, जिसमें से गुलाल स्मोक के रूप में निकलता है। थोक में पाइरो गन की कीमत 375 रुपए और खुदरा में 500 से 600 रुपए तक है। 

गुलाल से लेकर कलर्स भी ब्रांडेड
व्यापारी शशांक जैन बताते हैं कि, रंग व गुलाल हर वर्ष की तरह 10 से 15 प्रतिशत महंगे हुए हैं। इस बार नियॉन बॉडी पेस्ट आया है जो वॉशेबल है। इस बार थोक बाजार में 10 से 600 रुपए की पिचकारियां हैं, वही चिल्लर बाजार में इनकी रेंज 20 से 800 रुपए से अधिक हैं। अभी लोगों को गुलाल से लेकर कलर्स भी ब्रांडेड चाहिए। इसमें गणेश, मूर्गा व तोता ब्रांड काफी पसंद किए जाते हैं। गोल्डन रंग और वार्निश व अच्छी क्वालिटी वाले पैक किए हुए रंगों की अच्छी मांग है। 

स्किन फ्रेंडली कलर व गुलाल पहली पसंद
लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हो गए हैं, इसलिए वे बाजार में स्किन फ्रेंडली कलर व हर्बल गुलाल की डिमांड कर रहे हैं। थोक व्यापारी विराग संघवी बताते हैं कि, अभी ज्यादातर हर्बल रंगों की मांग अधिक चल रही है। इससे शरीर पर किसी तरह साइड इफेक्ट नहीं होता। हर्बल गुलाल आंख में भी चला जाए, तो जलन नहीं होती। इन्हीं सब कारणों से आज लोग इको फ्रेंडली होली खेलने के हर्बल रंग व गुलाल को काफी अधिक पसंद करते हैं। पारंपरिक गुलाल 36 से 50 रुपए और हर्बल गुलाल 150 से 700 रुपए प्रति किलो से शुरू है।
 

Created On :   28 Feb 2023 11:48 AM IST

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