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प्रधानमंत्री की मीटिंग में भड़कीं CM ममता, कहा- मुझे बोलने का मौका नहीं दिया, मुंह छुपाकर भाग गए मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जिलाअधिकारियों के साथ बैठक की। उसके ठीक बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। बंगाल को तीन करोड़ वैक्सीन की जरुरत हैं,पर पीएम ने उनकी बात नही सुनी।
ममता क्यों भड़की
यह बैठक जिलाअधिकारियों के लिए थी। जिसमें 10 राज्य के सीएम मौजूद थे। उन्हीं में से एक ममता बनर्जी भी थी। उन्होंने बताया कि बतौर सीएम वह कॉन्फ्रेंस में मौजूद थी इसीलिए उन्होंने डीएम को नहीं भेजा। ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि बैठक में मौजूदा लोगों में सिर्फ़ भाजपा सीएम को बोलने का मौका मिला। बाकी सीएम चुपचाप बैठे हुए थे। ममता ने आगे कहा कि उन्हें वैक्सीन को लेकर अपनी डिमांड रखनी थी, पर वह कुछ नहीं बोल पायी। उन्होंने आगे कहा कि बंगाल में फिलहाल तीन करोड़ वैक्सीन की जरुरत हैं। इस महीने 24 लाख वैक्सीन मिलनी थी लेकिन सिर्फ़ 13 लाख मिली। उन्होंने आगे कहा कि देश में कोरोना की वजह से लोगों की मौत हो रही है। हमें रेमडेसिवर नहीं मिल रही है, पीएम मुंह छुपा कर भाग गए। गंगा में लाशे पाई जा रही है तो केंद्रीय टीम नहीं भेजी जा रही है। देश अभी सबसे बुरी स्थिति से गुजर रहा है।
दस साल इंतजार करने की जरुरत
ममता ने आगे कहा कि अगर केंद्रीय सरकार की रणनीति पर चले तो अगले दस साल तक वैक्सीन, दवाइयों के लिए इंतजार करना पड़ेगा। ऑक्सीजन, दवाई, बेड्स कुछ भी उपलब्ध नहीं है। बंगाल में टीकाकरण अभियान इसीलिए धीमा हैं क्योंकि केंद्र सरकार ने हमें वैक्सीन नहीं दी। हमनें अपने स्तर पर60 करोड़ रुपये की वैक्सीन खरीदी।
केंद्र पर उठाए सवाल
ममता ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि दूसरी डोज देने में इतना वक्त क्यों लग रहा है, क्या कारण है? दिल्ली का राजा आज आम लोगों की तरफ नहीं देख रहा है, सब अंहकार पर चल रहा है।
क्या थी मीटिंग
कोरोना के घटते प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आज जिलाअधिकारियों के साथ बैठक की। इस पूरी बैठक में पीएम ने कहा कि देश में अब कोरोना के मामले कम हो रहे है लेकिन चुनौती खत्म नहीं हुई। पिछली महामारी हो या कोरोना महामारी हो। इसने हमे बहुत कुछ सिखाया है। महामारी के दौरान हमें अपने तौर तरीकों में लगातार बदलाव करना चाहिए।
अहम पहलू
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा जब तक यह संक्रमण माइनर स्केल पर भी मौजूद है, तब तक खतरा बन हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि जब फील्ड पर मौजूदा लोगों से बात होती हैं तो हिम्मत और बढ़ जाती है। उन्होंने जिलाअधिकारियों से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ वक्त में कई नए तरह के सुझाव मिले है। आप लोगों की तरफ से काफ़ी इन्नोवेटिव तरीकों की जानकारी भी मिली है।
Created On :   20 May 2021 2:05 PM IST