महाराष्ट्र: जिप की राजनीति पर प्रफुल बोले, कांग्रेस को गठबंधन धर्म का पालन करना ही होगा

Maharashtra: Praful said, Congress will have to follow coalition religion
महाराष्ट्र: जिप की राजनीति पर प्रफुल बोले, कांग्रेस को गठबंधन धर्म का पालन करना ही होगा
महाराष्ट्र: जिप की राजनीति पर प्रफुल बोले, कांग्रेस को गठबंधन धर्म का पालन करना ही होगा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिला परिषद नागपुर में कांग्रेस से सत्ता की साझेदारी चाह रही NCP को झटका मिला है। पशु संवर्धन मंत्री सुनील केदार के नेतृत्व में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष कांग्रेस सदस्यों को ही चुना गया है। इस मामले पर NCP नेता व राज्यसभा सदस्य प्रफुल पटेल ने कहा है कि कांग्रेस को गठबंधन धर्म का पालन करना ही होगा। गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया जाए तो बाद में देखेंगे, करना क्या है। 

उन्होंने यह भी कहा कि NCP का गठबंधन कांग्रेस के साथ हुआ है। सुनील केदार के साथ नहीं। जिला परिषद के चार पदाधिकारियों का चुनाव नहीं हो पाया है। उसमें NCP को सम्मानजनक स्थान मिलने की उम्मीद है। जिला परिषद उपाध्यक्ष पद NCP को देने से कांग्रेस ने साफ इनकार कर दिया। इस संदर्भ में प्रफुल पटेल, गृहमंत्री अनिल देशमुख, पशु संवर्धन मंत्री सुनील केदार की रविभवन में बैठक हुई। 

केदार ने उपाध्यक्ष पद NCP को देने से इनकार कर दिया। दोपहर 2.45 बजे तक बैठक शुरु थी। बैठक में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेंद्र मुलक व NCP के जिलाध्यक्ष बाबा गुजर उपस्थित थे। उपाध्यक्ष पद के लिए NCP ने आवेदन किया था, लेकिन केदार के नहीं मानने पर आवेदन वापस लेना पड़ा। 

जिप की इस राजनीतिक उठापटक के बाद पत्रकारों से चर्चा में प्रफुल पटले ने कहा कि NCP ने चुनाव के पहले ही कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था। NCP ने 15 सीटों पर चुनाव लड़कर 11 सीट जीती। कांग्रेस ने 43 सीट पर चुनाव लड़ा व 30 सीट जीती। बहुमत मिलने पर कांग्रेस की ओर से NCP का नजरअंदाज करना योग्य नहीं है। NCP सभी सीटों पर लड़ती तो कांग्रेस को नुकसान होता। 

पटेल ने कहा कि राज्य में महाविकास आघाड़ी की सत्ता आने के बाद विविध जिलों में स्थानीय निकाय संस्थाओं में कांग्रेस NCP ने सत्ता में गठबंधन किया है। नागपुर को छोड़कर कहीं भी सत्ता के लिए कांग्रेस NCP में बाधा नहीं आयी है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात से इस मामले में चर्चा की है। उन्होंने भी कहा है कि गठबंधन के अनुसार NCP को सत्ता में साझेदारी मिलना चाहिए। जिला परिषद उपाध्यक्ष भी सभापति होता है। फिलहाल चार सभापति का चुनाव नहीं हो पाया है। NCP का प्रयास है कि गठबंधन सम्मानजनक व व्यवहारिक हो।

Created On :   19 Jan 2020 12:36 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story