महाराजा छत्रशाल द्वितीय ने निभाई राजवंशी परम्परा

Maharaja Chhatrashal II followed the dynastic tradition
महाराजा छत्रशाल द्वितीय ने निभाई राजवंशी परम्परा
पन्ना महाराजा छत्रशाल द्वितीय ने निभाई राजवंशी परम्परा

पन्ना रियासत के महाराजा राघवेन्द्र सिंह जू देव का निधन हो जाने के बाद अब महाराजा छत्रशाल द्वितीय पन्ना रियासत के महाराज हो गए हैं जिन्होंने आज श्रीराम जन्मोत्सव के अवसर पर श्रीरामजानकी मंदिर पहुंचकर राजसी परम्परा का निर्वहन किया उनके साथ राजपरिवार की वरिष्ठतम सदस्य श्रीमती इंदिरा कुमारी व उनकी बुआ कृष्णा राजा भी मौजूद रहीं। भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के बाद बाहर निकलकर पन्ना महाराज छत्रशाल द्वितीय ने पूरे जिलेवासियों को रामनवमीं की शुभकामनायें दीं तथा कहा कि जो राजपरिवार के जो दायित्व हैें वह पूरे जिलेवासियों को स्नेह को प्राप्त करते हुए पूरा करेंगे। उल्लेखनीय है कि सैकडों वर्षों से परम्परा चली आ रही है कि भगवान श्री जग्गनाथ स्वामी की ऐतिहासिक रथयात्रा श्री जुगल किशोर जी मंदिर में श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर्व, बलदाऊ जी मंदिर में हरछठ पर्व तथा महामति श्री प्राणनाथ जी मंदिर में होने वाले मुख्य आयोजन में रियासत के महाराज के पहुंचने पर उनके द्वारा भगवान को चंवर डुलाकर उनका अभिवादन किया जाता है। पन्ना राजपरिवार के महाराज की जिम्मेदारी सम्भालने के बाद आज छत्रशाल द्वितीय ने रामनवमीं के अवसर पर भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव में चंवर डुलाकर अभिनंदन करने और श्रृद्धालुओं के साथ जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने की अपनी परम्परा का निर्वहन किया।  

बैण्ड-बाजों डीजे के साथ विशाल शोभा यात्रा में कैबिनेट मंत्री सहित शामिल हुये हजारों रामभक्त

अपरान्ह ५ बजे से नगर में घोषित कार्यक्रम के अनुसार विशाल शोभायात्रा की शुरूआत स्थानीय चिटाकुंआ इन्द्रपुरी कॉलोनी से हुई। जहां पर पूजन अर्चन कार्यक्रम के साथ ही भगवान की शोभायात्रा की आरती उतारी गयी और इस आयोजन में शामिल हजारों की संख्या में नर-नारी अपने हृदय में श्री रामचंद्र जी को आत्मसात करते हुए चल पड़े। भगवान श्री राम जन्मोत्सव समिति के मार्गदर्शन में नगर के उत्साही युवक तथा श्रद्धालुगणों जिनके द्वारा नवरात्रि के पहले दिन से ही इस आयोजन को व्यापक बनाने के लिए तैयारियां की जा रहीं थीं। अलग-अलग जत्थों में झांकियों के साथ आगे बढ़ चले। श्रीराम चंद्र जी की शोभायात्रा में श्रद्धालुओं का इतना अधिक समुदाय उपस्थित हो चुका था कि नगर के प्रमुख मार्गों में भगवान श्रीराम पताकायें लहरा रहीं थीं। ध्वज पताकाओं के साथ ही जगह-जगह शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के स्वागत की व्यवस्थाएं की गयीं थीं। जिसके अंतर्गत् पेयजल व्यवस्था, शोभायात्रा की आरती तथा शोभायात्रा के प्रसाद के रूप में फल मिष्ठान वितरण किया जा रहा था। यह शोभायात्रा अजयगढ़ चौराहे से बड़ा बाजार होते हुए कटरा बाजार, कोतवाली चौराहा, बस स्टेण्ड, पुराना पावर हाऊस चौराहा, गांधी चौक, जयस्तंभ चौराहे से लेकर श्री रामजानकी मंदिर तक एक डोर के रूप में हो गयी।

शोभायात्रा के आयोजन में मध्य प्रदेश शासन के खनिज एवं श्रम साधन मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह सहित हजारों की संख्या में महिलाएं-पुरुष एवं बच्चे शामिल थे। इनमें से महिलाओं द्वारा भक्ति के साथ ही प्रभु के जन्म पर नृत्य किया तथा भक्ति के जय-जयकारे लगाये। शोभायात्रा में नगर के अतिविशिष्टजन शामिल थे। सुरक्षा व्यवस्था में भारी मात्रा मे पुलिस बल मौजूद रहा। श्रीराम जी की शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया। शोभा यात्रा में शामिल हजारों की संख्या में श्रृद्धालुओं के लिये लोगो द्वारा कही मिठाई, तो कही कोल्ड ड्रिंक्स, शिकंजी, हलुआ, आईसक्रीम, तो कही खिचड़ी प्रसाद की सेवाये दी गयी। शोभायात्रा के दौरान नगर पालिका की पूरी सफाई टीम शोभायात्रा मार्ग की पीछे-पीछे सफाई करती चली आ रही थी जिससे कुछ ही देर में जिस मार्ग से शोभायात्रा निकली वह पूरी तरह साफ हो गया। शोभायात्रा के पूर्व रूट मार्ग को नगर पालिका की सफाई टीम द्वारा विशेष सफाई की गई। 

Created On :   31 March 2023 12:17 PM IST

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