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8 घंटे में 2 बार फूटा वारेगांव में महाजेनको का राख भंडार, अब नाले में बह रहा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। खापरखेड़ा बिजलीघर से निकलने वाली राख को वारेगांव स्थित ‘राख भंडार’ में पाइप द्वारा छोड़ कर राख का भंडारण किया जाता है, किंतु बिजलीघर के अभियंताओं की लापरवाही के चलते ऐश स्टोरेज (भंडारण) पिछले एक वर्ष में अब तक 4 बार फूट चुका है। खास बात यह रही कि मंगलवार को यह 8 घंटे में दो बार फूटा। बावजूद बिजलीघर के ऐश हैंडलिंग प्लांट के अभियंता मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसका खामियाजा समीप के किसानों को उठाना पड़ रहा है। साथ ही बिजलीघर को प्रतिवर्ष मरम्मत के लिए लाखों रुपए का नुकसान भी सहना पड़ रहा है। हैरत यह है कि महाजेनको ने राख निस्तारण को लेकर दर्जनों अधिकारियों की नियुक्ति कर रखी है।
मरम्मत कार्य में खानापूर्ति
इससे पहले 9 जुलाई 2019 में ऐश बंड फूटा था। राख मिश्रित पानी कवठा में किसानों के खेत मे जमा हो गया था। इससे किसानों की फसलें भी पूरी बर्बाद हो गई थीं। 2021 में भी अब तक तीन-चार बार फूट चुका है। मरम्मत के नाम पर खानापूर्ति कर ली जाती है। 15 दिन पूर्व पोले के पाड़वा के दिन भी फूटा था। उस दिन तो आनन-फानन में ठीक कर दिया गया, मगर मंगलवार को सुबह से हो रही बारिश के चलते फिर राख मिश्रित पानी स्टोरेज के दरारों से निकलकर नाले में बहने लगा। यह देख बिजलीघर ने वहां सुरक्षा गार्ड खड़े कर दिए। साथ ही पोकलेन मशीन से दरारें पाटने का काम शुरू किया गया। मरम्मत का काम शुरू ही था कि शाम लगभग 4 बजे बांध दूसरी जगह से भी फूट गया और राख मिश्रित पानी की बाढ़ सी आ गई। बताया जा रहा साढ़े तीन वर्ष पूर्व एक कंपनी ने भंडारण की ऊंचाई बढ़ाने का कार्य किया था। बावजूद भंडारण का बार-बार फूटना समझ से परे है।
अधिकारी अनभिज्ञता जताते रहे
एक्जीक्यूटिव इंजीनियर शिंदे ने पहले ऐसा दर्शाया कि जैसे उन्हें भंडारण फूटने का पता ही नहीं है। बाद में बताया कि बारिश ज्यादा होने से बंड ओवर लोड हो गया। ऐश भंडारण में 500 तथा 210 यूनिट राख का भंडारण किया जाता है। आने वाले दिनों में 500 यूनिट की राख नांदगांव में भंडारण की जाएगी।
Created On :   22 Sept 2021 12:53 PM IST