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अध्यापकों को नौकरी से निकालने की तैयारी - संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
- जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अध्यापकों को नौकरी से निकालने की तैयारी
डिजिटल डेस्क कटनी। दो या दो से अधिक संतान होने पर अयोग्य ठहराने वाले जिस आदेश पर आयुक्त लोक शिक्षण ने रोक लगा दी है। उसी आदेश को ढाल बनाकर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अध्यापकों को नौकरी से निकालने की तैयारी की जा रही है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता प्रभावशील होने पर आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल ने आदेश पर कार्यवाही करने से रोक लगा दी, वहीं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यह आरोप मप्र शासकीय अध्यापक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राकेश दुबे ने लगाया है। श्री दुबे ने कलेक्टर/ जिला निर्वाचन अधिकारी, कमिश्नर एवं संयुक्त संचालक जबलपुर संभाग तथा राज्य निर्वाचन पदाधिकारी को शिकायत प्रेषित कर जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश पर रोक लगाने की मांग की है।
कार्यकारी प्रांताध्यक्ष ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा अधिकारी कटनी द्वारा राज्य शिक्षा सेवा के तहत नियुक्त किए जा रहे अध्यापक संवर्ग के कर्मचारियों की दो से अधिक जीवित संतानों के मामले में नियम विरुद्ध तरीके से कार्यवाही शिक्षा माफिया के इशारे पर की जा रही है। इससे प्रभावित हो रहे अध्यापकों में हताशा का माहौल है। आरोप लगाया है कि जिला शिक्षा अधिकारी के इर्दगिर्द जमे अनेकों व्याख्याता एवं प्रधानाध्यापक जो शासकीय मापदंडों को पूरा नही करते हैं परंतु उन पर कभी कोई कार्यवाही नही की गई वहीं अध्यापक संवर्ग के लिए बिना कोई आदेश जारी हुए राजपत्र में उल्लेख की गई कंडिका का सहारा लिया गया।
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि यदि इस तरह की कार्यवाही से हताशा में आकर कोई अध्यापक किसी प्रकार का आत्मघाती कदम उठाता है तो इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी कटनी सहित समस्त अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इस मामले में कटनी के डीईओ एस.एन.पांडेय ने कहा, दो या दो से अधिक संतान होने पर अध्यापक संवर्ग को अयोग्य करने का आदेश शासन ने जारी किया था। जिसके आधार पर सभी प्राचार्यों से जानकारी मांगी गई है। इस पर विस्तार से जानकारी कार्यालय आने पर दी जा सकती है।
Created On :   5 April 2019 1:21 PM IST