मध्य प्रदेश चुनाव 2018: नरसिंहपुर जिले की ग्राउंड रिपोर्ट, जनता के मन में क्या है ?

Madhya Pradesh Election 2018 report of the Narsinghpur District
मध्य प्रदेश चुनाव 2018: नरसिंहपुर जिले की ग्राउंड रिपोर्ट, जनता के मन में क्या है ?
मध्य प्रदेश चुनाव 2018: नरसिंहपुर जिले की ग्राउंड रिपोर्ट, जनता के मन में क्या है ?
हाईलाइट
  • चुनाव के पहले नरसिंहपुर जिले की ग्राउंड रिपोर्ट
  • नरसिंहपुर जिले में हैं 4 विधानसभा सीट
  • यहां की जनता प्रत्याशी को देख करती है मतदान

डिजिटल डेस्क, नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं, जिसके चलते दलों और नेताओं के बीच खींचतान मची हुई है। वहीं जनता के बीच भी चुनावों को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान गांव-गांव घूमकर चौथी बार सरकार बनाने जन आशीर्वाद ले रहे हैं तो वहीं कांग्रेस के दिग्गज भी राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में चुनावी कमान संभाले हुए हैं। एमपी के नरसिंहपुर जिले में 4 विधानसभा है, यहां की चारों ही सीटें स्विंग सीट मानी जाती हैं, फिलहाल सभी सीटों पर भाजपा का कब्जा है

अब तक क्या हुआ ?
जिले की चारों विधानसभाओं में सरकारी योजनाओं के माध्यम से अधिकांश कार्य हुए है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार एवं औद्योगिक विकास में स्थिति नगण्य है। हालांकि तेंदूखेड़ा विधानसभा के अंतर्गत नर्मदा नदी के ककरा घाट पर बना पुल एवं बोहानी में गन्ना अनुसंधान केंद्र एक बड़ी सौगात है। वहीं नरसिंहपुर विधानसभा में नर्मदा नदी पर केरपानी गांव के समीप पुल, बरमान के रेतघाट से दोनों तटों को मिलाने वाला पुल निर्माणाधीन है। अधूरे विकास कार्य चुनावी मुद्दा बन सकते हैं। 

नरसिंहपुर विधानसभा
नरसिंहपुर विधानसभा में कुल 210594 मतदाता हैं। राज्यमंत्री जालम सिंह पटेल 2013 में कांग्रेस के सुनील जयसवाल को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। जालम सिंह को पिछले चुनाव में 89921 मत प्राप्त हुए थे, उन्होने कांग्रेस के सुनील जयसवाल को बड़े अंतर से हराया था।

बड़े मुद्दे

  • देवाकछार-केरपानी मार्ग एवं पुल निर्माण की धीमी गति
  • करेली का फ्लाई ओवर ब्रिज निर्माण की धीमी गति
  • करेली में जलावर्धन योजना निर्माण की धीमी गति


गाडरवारा विधानसभा
गाडरवाड़ा विधानसभा में कुल 186788 मतदाता हैं। 2013 के चुनाव में इस सीट से जनता ने भाजपा के गोविंदसिंह पटैल को चुनकर विधानसभा पहुंचाया था। गोविंद सिंह पटेल ने कांग्रेस की महिला प्रत्याशी साधना स्थापक को हराया था। पटेल को कुल 61,202 वोट मिले थे।

बड़े मुद्दे

  • शक्कर नदी पर स्टॉप डैम
  • गाडरवारा की मॉडल रोड
  • गाडरवारा की जलावर्धन योजना


गोटेगांव विधानसभा 
गोटेगांव सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता एनपी प्रजापति को हराकर साल 2013 के चुनाव में भाजपा के डॉक्टर कैलाश जाटव 74759 मतों के साथ विधानसभा पहुंचे थे। गोटेगांव में 1,96,176 मतदाता हैं।

बड़े मुद्दे

  • बायपास रेलवे ब्रिज का निर्माण
  • ब्रह्मकुंड का घाट निर्माण
  • शॉपिग कॉम्प्लेक्स एवं रपटा घाट


तेंदुखेड़ा विधानसभा
तेंदुखेड़ा से भाजपा के संजय शर्मा विधायक हैं। साल 2013 में हुए चुनावों में संजय शर्मा ने कांग्रेस के सुरेंद्र ढ़िमोले को मात दी थी। शर्मा को 81938 मतदाताओं नें चुनकर विधानसभा भेजा था। यहां कुल 16 9 287 मतदाता हैं।

बड़े मुद्दे

  • बोहानी में कृषि कॉलेज नहीं खुल पाया 
  • बरमान तेंदूखेड़ा मार्ग निर्माण की मंथर गति
  • कौडिया में मिनी स्टेडियम की घोषणा अधूरी 

नरसिंहपुर जिले का समीकरण
नरसिंहपुर जिले की जनता समय, प्रत्याशी एवं परिस्थिति के हिसाब से पार्टियों को अपना समर्थन देती है। अल्पसंख्यकों की बात की जाए तो परंपरागत रूप से कांग्रेस ही उनकी पहली पसंद है हालांकि अब इनका एक तबका भाजपा का समर्थन करता है। भाजपा से नरेंद्र मोदी, शिवराज सिंह चौहान यहां की जनता पर अपना प्रभाव रखते हैं। वहीं कांग्रेस के सुरेश पचौरी, दिग्विजय सिंह, कमलनाथ यहां के लोगों के बीच जाना पहचाना नाम हैं। जिले में नाराज सवर्ण मतदाताओं का 50 फीसदी वोट सपाक्स के प्रत्याशी को जा सकता है, लेकिन अभी यह तय नहीं है कि सपाक्स यहां से चुनाव लड़ेगा या नहीं। वहीं कई लोग नोटा का बटन भी दबा सकते हैं। लिहाजा नरसिंहपुर जिले की चारों ही सीटों पर कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है।

Created On :   4 Oct 2018 6:51 PM IST

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