वरोरा बस स्टैंड में नहीं आती लंबी दूरी की बसें
डिजिटल डेस्क, वरोरा.(चंद्रपुर) । चंद्रपुर नागपुर महामार्ग पर लगभग 25 वर्ष पूर्व वरोरा शहर में करोड़ों रुपए की लागत से बस स्टैंड का निर्माण किया गया किंतु वरोरा बस स्टैंड में लंबी दूरी की बसंे नहीं आती। इस वजह से विशेष रूप से ग्रीष्मकाल के दिनों में महिला और बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है किंतु आज तक वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
चंद्रपुर नागपुर महामार्ग पर वरोरा एक प्रमुख औद्योगिक शहर है। इस वजह से यहां से आवागमन करने वालों संख्या अधिक होती है। इसलिए राज्य परिवहन निगम की ओर करोड़ों खर्च कर आईटीआई कालेज के पास बस स्टैंड और वरोरा बस डिपो का निर्माण किया गया। 5 वर्ष पूर्व 80 लाख रुपए खर्च कर बस स्टैंड की मरम्मत करायी गई थी किंतु आज भी बस स्टैंड पर लंबी दूरी की बस नहीं आती। महज वणी मार्ग से होकर यवतमाल की ओर जाने वाली और वरोरा बस स्टैंड से चलने वाली बसें ही बस स्टैंड पर आती है। इस वजह से लंबी दूरी का सफर करने वालों को महामार्ग के रत्नमाला चौक से बस पकड़नी पड़ती है।
वरोरा शहर महामार्ग पर स्थित है वरोरा होकर नागपुर, अमरावती, शेगांव, अकोला, वर्धा, हिंगणघाट, जाम और चंद्रपुर, सिरोंचा, आलापल्ली, धरमपुरी, मंचेरियल, राजुरा, अहेरी, गोंडपिपरी, गड़चांदूर, पालगांव, बल्लारशाह आदि शहरों के लिए बसों का आवागमन होता है किंतु इन शहरों के लिए आवागमन करने वालों को महामार्ग के रत्नमाला चौक पर आकर बस पकड़नी पड़ती है क्योंकि लंबी दूरी की बसें वरोरा बस स्टैंड पर नहीं जाती है। बल्कि चौक पर ही यात्रियों को उतार देती है और वहां से यात्रियों को लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो जाती है।
रत्नमाला चौक पर भारी असुविधा : चंद्रपुर नागपुर महामार्ग के रत्नमाला चौक पर राज्य परिवहन निगम की सभी बसों के साथ निजी बसें ठहरती हैं किंतु यहां पर यात्रियों के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है।
नागपुर की ओर जाने वाले दिशा में एक शौचालय है और उसी के पास एक यात्री प्रतीक्षालय है किंतु महीनों से शौचालय की साफ सफाई न होने की वजह से वहां कोई यात्री तो जाता नहीं है। इस वजह से उस यात्री शेड के नीचे बैठा तक नहीं जा सकता। 17 मार्च से सभी बसों में महिलाओं की आधी टिकट पर सफर की सुविधा मिलने से अचानक महिलाओं की संख्या बढ़ गई है। लंबी दूरी की बसें पकड़ने के लिए महिलाओं, छोटे बच्चों के साथ चौक पर आना पड़ता है किंतु यहां पर न तो बैठने की व्यवस्था है, धूप बरसात से बचने के लिए शेड, ग्रीष्मकाल के दिनों में पेयजल की कोई सुविधा नहीं है। इसलिए मार्ग से चलने वाली सभी सभी बसों को वरोरा बस स्टैंड पर यात्रियों को छोड़ना चाहिए जिससे यात्रियों को सुविधा के साथ वहां के दुकानदारों की आय बढ़ेगी।
Created On :   29 April 2023 2:30 PM IST