वेलकम प्वाइंट परिसर में नजर आया तेंदुआ

Leopard seen in Welcome Point premises
वेलकम प्वाइंट परिसर में नजर आया तेंदुआ
कुछ माह पहले एक अन्य तेंदुए की हुई थी मृत्यु वेलकम प्वाइंट परिसर में नजर आया तेंदुआ

डिजिटल डेस्क, अमरावती। शहर को लगकर रहनेवाले वडाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले पोहरा के जंगल में तेंदुए का प्रमाण पिछले कुछ वर्षो से काफी बढ़ चुका है। तेंदुए की बढ़ती संख्या को देख इस वनपरिक्षेत्र का परिसर दिनों दिन काफी कम होने से शिकार की तलाश में तेंदुए बार-बार शहर की ओर रुख करते दिखाई दे रहे हंै। दो दिन पहले जिला न्यायालय परिसर के पीछे स्थित सागौन के बगीचे में तेंदुए के दर्शन होने के बाद गुरुवार 5 जनवरी को दोपहर 12 बजे अमरावती-रहाटगांव रोड पर स्थित डॉ. पंजाबराव देशमुख प्रादेशिक कृषि संशोधन केंद्र के परिसर में यानी वेलकम प्वाइंट के पास तेंदुए के दर्शन होने की जानकारी इसी कृषि केंद्र के अधिकारी ने वडाली वन विभाग के नियंत्रण कक्ष को दी। जिससे अब शहर में दिन दहाड़े तेंदुए घूमते दिखाई दे रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि तीन माह पहले विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था व गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कालेज परिसर में लगभग एक महीने तक तेंदुए की दहशत देखी गई थी। उसके बाद वेलकम प्वाइंट परिसर में ही अज्ञात वाहन की चपेट में आकर एक तेंदुए की मौत हुई थी। जिस जगह पर दुर्घटना में तेंदुए की मौत हुई थी। वहां से कुछ ही दूरी पर डॉ. पंजाबराव देशमुख प्रादेशिक कृषि संशोधन केंद्र परिसर में गुरुवार को दिनदहाड़े तेंदुए के दर्शन हुए। दुर्भाग्य की बात यह कि वडाली वन विभाग के नियंत्रण कक्ष काे दोपहर 12.30 बजे इस तेंदुए की जानकारी दिए जाने के बाद भी 2.50 मिनट तक वन विभाग का कोई अधिकारी छानबीन के लिए मौके पर नहीं पहुंचा था। 

वन विभाग की अनदेखी : जिस तरह आरक्षित वनपरिक्षेत्र में हर वर्ष बाघों की गिनती होती है, उस तरह अनारक्षित क्षेत्र में रहनेवाले तेंदुए की गिनती नहीं होती। हालाकि वडाली वन विभाग मौखिक रूप से यह दावा करता है कि वडाली वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले पोहरा के जंगल में पोहरा व इंदला के जंगल में करीब 15 तेंदुओं का अधिवास है। इसके अलावा चांदुर रेलवे वनपरिक्षेत्र में भी तेंदुए का अधिवास है।  वनपरिक्षेत्र में पिछले कुछ वर्षो में अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। अमरावती शहर की व्याप्ती पोहरा के जंगल तक पहुंच चुकी है। यहां तक की अमरावती से चांदुर रेलवे मार्ग पर अनेकों होटल, रेस्टॉरेंट बन चुके हंै। वन क्षेत्र की सीमाएं दिनोंदिन कम होने से तेंदुए शिकार की तलाश में जंगल से शहर की ओर रुख कर रहे हंै। शहर के विद्यापीठ परिसर, महादेवखोरी, जिला मध्यवर्ती जेल, वेलकम प्वाइंट जैसे क्षेत्र में दिनदहाडे़ तेंदुए के दर्शन से यह स्पष्ट होता है कि तेंदुए की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की अनदेखी हो रही है।
 

Created On :   6 Jan 2023 3:59 PM IST

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