156 गांवों में ड्रोन कैमरे से होगी जमीन की नाप-जोख

Land measurement will be done with drone camera in 156 villages
156 गांवों में ड्रोन कैमरे से होगी जमीन की नाप-जोख
सर्वे का शुभारंभ  156 गांवों में ड्रोन कैमरे से होगी जमीन की नाप-जोख

डिजिटल डेस्क, अहेरी (गड़चिरोली)। राजस्व, भूमि अभिलेख और ग्राम विकास विभाग के माध्यम से गावठान जमाबंदी प्रकल्प के तहत ड्रोन कैमरों की मदद से सरकारी और निजी जमीनों के नाप-जोख करने का निर्णय सरकार ने लिया है। इस निर्णय के तहत सोमवार से अहेरी तहसील में नाप-जोख की प्रक्रिया शुरू की गई। तहसील के कुल 156 गांवों में होने जा रहे इस कार्य की शुरुआत जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष व सीनेट सदस्य भाग्यश्री आत्राम के हाथों चिंचगुंड़ी गांव से की गई।  यहां बता दें कि, जमीनों की नाप-जोख की इस प्रक्रिया से ग्राम पंचायत के नक्शे, सरकारी जमीन व सरकारी जमीन पर किये गये अतिक्रमण की जानकारी उपलब्ध होगी। राज्य में अधिकांश गावठान का अभिलेख नहीं होने से जमीन के व्यवहार करते समय कई बार दिक्कतंे आती हैं। इस दौरान विवाद भी होते हैं। अब ड्रोन कैमरों की मदद से संपत्ति की नापजोख की जाएगी। इससे संपत्ति को लेकर अनावश्यक िववादों को भी रोका जा सकेगा। भूमि अभिलेख विभाग द्वारा यह योजना चलायी जा रही है। गावठान नापजोख प्रक्रिया के बाद नागरिकों को भूमि अभिलेख कार्यालय की ओर से पीआर कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा।

गौरतलब है कि, अहेरी तहसील पूरी तरह आदिवासी बहुल और नक्सल प्रभावित है। यहां की किसी भी ग्राम पंचायत के पास सरकारी अथवा निजी जमीनों के प्रमाणित नक्शे  उपलब्ध नहीं हैं। महत्वपूर्ण दस्तावेज  उपलब्ध नहीं होने से समस्या निर्माण होने लगी है। गांव में ग्राम पंचायत की जमीन कितनी है? सरकारी जमीन कितनी है? इस जमीन पर अतिक्रमण हैं या नहीं? इसकी जानकारी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के पास उपलब्ध नहीं है। गांव परिसर में स्थित नदी व नाले सरकारी संपत्ति होने के बाद भी इसका नापजोख अब तक नहीं किया गया है। अब ड्रोन की मदद से गावठान का भूमापन होने के बाद यह सभी जानकारी ग्राम पंचायत में उपलब्ध होगी। भूमापन की प्रक्रिया के बाद नागरिकों को प्रॉपर्टी कार्ड का भी वितरण होगा। इस योजना में सभी गांवों का गावठान भूमापन कर अभिलेख तैयार किये जाने से ग्राम पंचायतों को इस प्रक्रिया से यकीनन लाभ मिलेगा। तहसील के चिंचगुंड़ी गांव में इस कार्य का शुभारंभ किया गया। इस समय जिप की पूर्व अध्यक्ष भाग्यश्री आत्राम के साथ सामाजिक कार्यकर्ता अरुण मुक्कावार, सरपंच कमला बापू आत्राम, उपसरपंच सुशीला कस्तूरवार, सचिन सोनलवार, चिन्ना मुनूरवार, राजू आत्राम, रामन्ना कस्तूरवार, लक्ष्मण तोटावार, गड़चिरोली के भूमि अभिले कार्यालय की अधीक्षक नंदा आंबेकर, अहेरी के उपाधीक्षक एस. एन. पवार, भू-कर मापक एस. आर. बोमनवार, डी. एन. बोरकर, मुख्यालय सहायक एन. जी. पठाण, के. आर. मेश्राम, वी. एस. मेरगु आदि समेेत नागरिक उपस्थित थे। 
 

Created On :   22 Nov 2022 2:40 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story