मैदानी कर्मचारियों की हड़ताल से डगमगाई लाड़ली बहन योजना
डिजिटल डेस्क,पन्ना। मध्यप्रदेश इस साल विधान सभा के चुनाव होने वाले है चुनावी वर्ष में जहां प्रदेश सरकार लोकलुभावनी योजना के माध्यम से प्रदेश में पुन: सत्ता हासिल करने की तैयारी में जुटी हुई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हाल में ही सबसे बडी महत्वकांक्षी योजना लाड़ली बहना योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए समयवध कार्यक्रम जारी किया जा चुका है वहीं इन सबके बीच अपनी मांगें पूरी होने की मुराद में पिछले चार साल से इंतजार कर रहे सरकार के मैदानी कर्मचारियों ने अपनी मांगे मनवाने को लेकर मोर्चा खोलकर रखा है। गांव में काम करने वाले कोटवारों ने जिला मुख्यालय में कई दिन तक हड़ताल की और राजधानी पहुंचकर जंगी प्रदर्शन किया इसी के साथ लाड़ली बहना योजना के लिस नोड्ल विभाग महिला बालविकास विभाग का खण्ड स्तर से लेकर ग्राम आंगनबाडी केन्द्र स्तर तक का पूरा अमला पिछले दस दिनों से अनिनिश्चितकालीन हड़ताल पर जमा हुआ है। आंगनबाडी कार्यकर्ता,सहायिका,सुपरवाईजर,सीडीपीओ हड़ताल करते हुए अपनी हुँकार भर रहे है इससे महिला बालविकास विभाग का पूरा सिस्टम कोलेप्स हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग की आशा एवं ऊषा कार्यकर्तायें भी अपनी मांगों को लेकर नाराजगी जा चुकी है इस बीच पंचायत सचिव की भी मांगें पूरी नही को लेकर नाराजगी सामने आई ओैर दिनांक २० मार्च से पंचायत सचिव १३ दिन सामूहिक अवकाश की सूचना देकर पंचायतों का कामकाज बंद कर अपने घरों में बैठ गए है। पंचायत सचिवों के सामूहिक अवकाश के निर्णय से सुर में सुर मिलाते हुए ग्राम रोजगार सहायक भी अपनी लंबित मांगों पूरा करने की मांग करते हुए आज से सामूहिक अवकाश पर चले गए है। सरकार का मुख्य मैदानी अमलें के अवकाश पर चले जाने अथवा अनिनिश्चतकालीन हड़ताल की होने की वजह से लाड़ली बहना योजना को लेकर की जा रही तैयारियां प्रभावित हो रही है। प्रशासनिक अधिकारी इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्थायओं के तहत दूसरे विकल्प तलाश रहे है किन्तु जो वैकल्पिक व्यवस्था बनाने की कोशिश हो रही है वह मैदानी स्तर पर खडी साबित नही हो रही है।
Created On :   25 March 2023 1:15 PM IST