बहनों की जिंदगी बदलेगी लाड़ली बहना योजना, होंगी सशक्त : मुख्यमंत्री
लाड़ली बहना योजना बहनों के लिए उपहार है। यह योजना लाड़ली बहनों की जिंदगी बदलेगी। इससे उनका आत्म सम्मान बढ़ेगा, आर्थिक रूप से मजबूत और सशक्त होंगी। बहनें सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश व देश सशक्त होगा। यह बात बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लखनादौन में आयोजित लघु वनोपज सहकारी समिति की क्षमता वृद्धि के लिए आयोजित प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि वन उपज पर आश्रित आदिवासी भाईयों, बहनों के जीवन में परिवर्तन लाने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। जनजातीय बंधुओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन के लिए प्रदेश शासन द्वारा लगातार प्रयास जारी है। वे बोले कि कर्ज न चुका पाने के कारण डिफाल्टर हुए लोगों का पूरा ब्याज प्रदेश सरकार भरेगी तथा किसानों को बिना ब्याज के कर्ज दिया जाएगा। कमलनाथ सरकार द्वारा बंद की गई समस्त योजनायें पुन: चालू की जाएंगी। उन्होंने कहा कि शराब एक सामाजिक बुराई है। आगामी 01 अप्रैल से प्रदेश के सभी शराब अहाते बंद किए जाएंगे। इसी तरह मंदिरों, स्कूलों, कॉलेजों से 100 मीटर दूरी में कोई भी शराब दुकान नहीं खोली जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के हितों के संरक्षण के लिए पेसा अधिनियम लागू किया जा रहा है। इस अधिनियम के लागू हो जाने से तेंदूपत्ता तोडऩे की जिम्मेदारी ग्रामसभा निभाएगी। इस कार्य के लिये तेंदूपत्ता संग्राहकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और मजदूरी के पैसे एडवांस में राज्य सरकार देगी। गांवों में आपसी विवादों को सुलझाने के लिये ग्राम शांति निवारण समिति गठित होगी जो पंच परमेश्वर की अवधारणा पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग में लोगों को प्रलोभन देकर उनका धर्मातंरण करवाने की साजिश नहीं होने देंगे।
धर्मान्तरण का यह कुचक्र चलने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति बिना आवासीय भूमि के नहीं रहेगा। सभी को मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना के माध्यम से आवासीय भूमि के पट्टे दिए जाएंगे। समारोह में केन्द्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लागू की जा रही लाड़ली बहना योजना पूरे देश के लिए अपने तरह की इकलौती योजना है। मुख्यमंत्री महिलाओं, समूहों, जनजातीय समाज के विकास के लिए गंभीरता से काम कर रहे हैं। 2 करोड़ 35 लाख महिलाएं समूह से जुड़ी हुई हैं, जो बहुत बड़ी उपलब्धि है। सन् 1999 में जनजातियों के विकास के लिए 19 हजार करोड़ का बजट होता था। आज हम आदिवासियों के कल्याण के लिए 1 लाख 12 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वनमंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जनजातीय बंधुओं के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। महुआ प्राश का लोकार्पण होना बहुत बड़ी उपलब्धी है। यह पौष्टिक आहार है। मुख्यमंत्री जी से आग्रह है कि यह महुआ प्राश कुपोषित बच्चों को खिलाया जाए। इस संबंध में संबंधित विभागों को निर्देशित करें।
महुआ, खजूर और अंजीर प्राश लोकार्पित
समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमएफपी पार्क द्वारा निर्मित महुआ प्राश का लोकार्पण भी किया। महुआ प्राश एक प्रकार का च्यवनप्राश है। यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद बताया जा रहा है।खासकर गर्मियों में इसका उपयोग किया जाए तो शरीर में ठंडक बनी रहती है। इसके फायदे यह भी है कि यह एनीमिया दूर करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। श्वास रोग दूर होता है और शरीर की कमजोरी दूर करता है। इसे बनाने में महुआ के अलावा अन्य औषधियों का उपयोग होता है। खजूर प्राश व अंजीर प्राश का लोकार्पण भी किया गया।
सुरक्षा के रहे तगड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री के आगमन के चलते लखनादौन को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। बाहर से बुलाए गए बल को जगह-जगह तैनात किया गया था। मुख्यमंत्री के आगमन के काफी पहले ही लखनादौन में चारों ओर से वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी। आयोजन स्थल पर भी एक-एक व्यक्ति को मेटल डिटेक्टर से जांच कर भीतर प्रवेश दिया गया।
तीन किमी तक चलना पड़ा पैदल
आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए बाहर से आए हजारों लोगों को तीन किमी तक पैदल चलना पड़ा। इससे वे काफी परेशान हुए। सिवनी, छपारा की ओर से आने वाले वाहनों को 2 किमी दूर मिडवे के पास रोक दिया गया, जहां से लोग पैदल चलकर आयोजन स्थल पहुंचे। इसी तरह आदेगांव, नरसिंहपुर की ओर से आने वाले लोगों के वाहन सिविल अस्पताल के समीप बायपास पर रोक दिए गए, जो लगभग 3 किमी चलकर आए। इसी तरह जबलपुर, धूमा और घंसौर, धनौरा की ओर से आने वालों को भी एक किमी चलकर आयोजन स्थल तक आना पड़ा। सबके साथ वापसी में भी यही स्थिति बनी।
ये रहे मौजूद
समारोह तथा विकास कार्यों के लोकार्पण के दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, वनमंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा, सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन, राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार, पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष विनोद गोंटिया, जिला पंचायत अध्यक्ष मालती डहेरिया, सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन, केवलारी विधायक राकेश पाल सिंह, लखनादौन से कॉंग्रेस विधायक योगेंद्र सिंह बाबा, भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक दुबे, भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार, पूर्व सांसद नीता पटेरिया, पूर्व विधायक नरेश दिवाकर, पूर्व विधायक कमल मर्सकोले, सुजीत जैन, अशोक तेकाम, गजानंद पंचेश्वर, पूर्व नपा अध्यक्ष राजेश त्रिवेदी सहित अन्य जनप्रतिनिधि और कमिश्नर बी चंद्रशेखर, आईजी उमेश जोगा, कलेक्टर सिंघल, एसपी रामजी श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
एक नजर इधर भी -
00 मुख्यमंत्री को दोपहर 01:25 बजे आना था लेकिन वे 02:51 बजे हैलीपेड व 03:04 बजे मंच पर पहुंचे, लेकिन आयोजन स्थल पर लोग 11 बजे से ही आना शुरू हो गए थे।
00 दोपहर एक बजे तक मुख्य पंडाल और उसके अगल-बगल के दोनों पंडाल खचाखच भर गए थे।
00 मंच के दाहिनी ओर ऑर्केस्ट्रा की व्यवस्था की गई थी। कलाकारों ने 11 बजे से ही आकर्षक देश भक्ति गीतों की प्रस्तुति शुरू कर दी थी जो मुख्यमंत्री के आने तक जारी रही।
00 लखनादौन बस स्टैंड से पेट्रोल पंप चौराहा तक एक किमी लंबी सड़क का नामकरण लाडली बहना पथ किया गया, जिसका लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
00 मुख्यमंत्री ने 33 मिनट तक भाषण दिया और बहनों से कई बार ताली बजवाई।
00 मुख्यमंत्री का भाषण देने का अंदाज बुधवार को अलग ही रहा। उन्होंने वायरलैस माइक से मंच पर घूम-घूमकर पूरे समय भाषण दिया।
00 पंडालों में 35 हजार लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई थी, जो कम पड़ गईं। करीब 10 हजार लोग बाहर और सड़क, घरों, दुकानों के ऊप-र खड़े रहे।
00 भीड़ इतनी थी कि सैकड़ों बस आदि वाहनों में आए लोगों को लखनादौन से बाहर आने में शाम 6 तक बज गए थे।
234 करोड़ लाभांश वितरित, 298 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन
लखनादौन में मुख्यमंत्री ने लघु वनोपज सहकारी समितियों के तेंदुपत्ता संग्रहकों 234 करोड़ रुपए लाभांश का वितरण किया। इसके साथ ही 298 करोड़ के 48 विकास कार्यों का लोकार्पण व भूमिपूजन किया। इसमें 108.97 करोड़ रुपए से बनने वाले बंडोल-कोहका मार्ग, 19.27 करोड़ से बनने वाले घोघरीमाल- खमरिया मार्ग, 34.27 करोड़ रुपए से पुनर्घनत्वीकरण योजना अंतर्गत सिवनी में नवीन कलेक्टर कार्यालय भवन एवं बैनगंगा स्पोर्टस कॉम्प्लेक्स का विस्तारीकरण कार्य एवं 8 करोड़ 21 लाख रुपए की लागत वाले धुंधीटोला जलाशय का भूमिपूजन भी शामिल है।
हर्रई-बिजना सिंचाई परियोजना को स्वीकृति
मुख्यमंत्री ने समारोह में केवलारी विधानसभा क्षेत्र की बहुउद्देशीय हर्रई-बिजना माइक्रो सिंचाई परियोजना को भी मंच से स्वीकृति प्रदान की। विधायक केवलारी राकेश पाल के प्रयासों से लगभग 28 करोड़ रुपए लागत की इस स्वीकृत परियोजना से 2600 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई संभव हो सकेगी तथा योजना के माध्यम से प्रारंभिक रूप से खापा, चंडी, अंजनिया, गोरखपुर, बिहिरिया, प्रतापगढ़ एवं हर्रई सहित 8 ग्रामों को परियोजना का लाभ मिलेगा। आगामी समय में अन्य ग्रामों को भी इससे जोड़ा जा सकेगा।
Created On :   23 Feb 2023 3:52 PM IST