‘‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘‘ आयुर्वेद महाविद्यालय में योगाभ्यास किया गया!

International Yoga Day Yoga was practiced in Ayurveda College!
‘‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘‘ आयुर्वेद महाविद्यालय में योगाभ्यास किया गया!
‘‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस‘‘ आयुर्वेद महाविद्यालय में योगाभ्यास किया गया!

डिजिटल डेस्क | बुरहानपुर योग वर्तमान युग की अनिवार्य आवश्यकता है और आने वाले युग की संस्कृति है। योग सम्यक जीवन का विज्ञान है। इसका समावेश हमारे दैनिक जीवन में नियमित चर्या के रूप में होना चाहिये। यह हमारे व्यक्तित्व के शारीरिक, प्राणिक, मानसिक, सामाजिक, भावनात्मक, अतीन्द्रीय और आध्यात्मिक सभी पहलुओं को प्रभावित करता है। व्यवहारिक स्तर पर योग शरीर, मन और भावनाओं में संतुलन और सामंजस्य स्थापित करने का एक साधन है। आसान, प्राणायाम मुद्रा बंध, षट्कर्म और ध्यान के अभ्यास से यह संतुलन पाया जा सकता है। यह जानकारी प्रधानाचार्य ने दी। उन्होंने बताया कि योग विज्ञान का प्रभाव व्यक्तित्व के सबसे साध्य पक्ष शरीर से प्रारंभ होता है।

योग का लक्ष्य शरीर के विविध कार्यकलापों के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करना है, ताकि वे सम्पूर्ण शरीर के हित में कार्य करें। स्थूल शरीर से प्रारंभ कर योग मानसिक और भावनात्मक स्तर की ओर अग्रसर होता है। भारतवर्ष के योग की विश्व पटल पर स्वीकार्यता प्रशंसनीय है। भारत सरकार एवं राज्य शासन के आयुष विभाग के निर्देशानुसार 21 जून 2021 को विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में योग से निरोग को चरितार्थ करते हुए पंडित शिवनाथ शास्त्री स्वशासी शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, बुरहानपुर में बहुत ही उत्साह के साथ योगाभ्यास किया गया। महाविद्यालय की प्रधानाचार्य के निर्देशन में कोविड गाइडलाइंस का पालन करते हुए शासकीय निर्देशों के अनुसार सुबह ऑनलाइन माध्यम से भी समस्त अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थियों को योगाभ्यास करवाया गया। योग दिवस के अवसर पर गत माह से ही विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं जैसे भाषण, निबंध, पोस्टर, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन ऑनलाइन माध्यम से किया गया।

वेबिनार के माध्यम से योग से लोगों को जोड़ने का प्रयास किया गया। जिसमें राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर से डॉ. दुर्गावती देवी एवं पंडित खुशीलाल शर्मा स्वशासी शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय एवं संस्थान भोपाल से डॉ. तृप्ति जैन, आयुर्वेद एवं योग के विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहीं। प्रमुख सचिव द्वारा योग को जीवन में अपनाने हेतु संदेश दिया गया। आयुष विभाग के निर्देशन में महाविद्यालय में प्रधानाचार्य द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के क्रियान्वयन हेतु समितियां बनाई गई, जिनमें महाविद्यालय के चिकित्सकों द्वारा अपना कुशल योगदान दिया गया।

Created On :   23 Jun 2021 2:35 PM IST

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