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पुष्कर यात्रा में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। महाराष्ट्र के सिरोंचा और तेलंगाना राज्य के मंचेरियाल जिले की सीमा से सटी प्राणहिता नदी में 12 वर्षों बाद पुष्कर यात्रा की शुरुआत हुई। यात्रा के दूसरे दिन गुरुवार को तड़के 3 बजे से हजारों श्रद्धालुओं ने नदी तट पर पहुंचकर ब्रह्मदेव और प्राणहिता नदी की पूजा-अर्चना शुरू की। सिरोंचा के 2 और तेलंगाना राज्य के 3 इस प्रकार कुल 5 नदी घाट पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने आस्था की पवित्र डुबकी लगाई। इस बीच सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग के जवानों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किए जाने की जानकारी मिली है।
यहां बता दें कि, जिला प्रशासन ने प्राणहिता नदी के सिरोंचा स्थित विट्ठलेश्वर मंदिर घाट और नगरम घाट पर स्नान की व्यवस्था की है। वहीं तेलंगाना सरकार ने वेनमपल्ली, अर्जुनगुंटा और देवूलावा घाट पर इस तरह की व्यवस्था की है। बुधवार को जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे और जिला प्रशासन के आला-अधिकारियों ने पुष्कर यात्रा का विधिवत उद्घाटन करने के बाद गुरूवार से उक्त पांचों नदी घाट पर श्रध्दालुओं के जत्थे पहुंचने शुरू हुए। दूसरे दिन सिरोंचा के विट्ठलेश्वर मंदिर घाट पर 30 हजार से अधिक श्रध्दालुओं ने डुबकी लगायी। वहीं नगरम घाट पर 10 हजार से अधिक श्रध्दालु पहुंचे थे। उधर तेलंगाना राज्य के तीनों घाट पर 20 हजार से अधिक श्रध्दालुओं द्वारा पूजा-अर्चना करने की जानकारी मिली है।
प्राणहिता नदी काफी बड़ी होने के कारण यहां दुर्घटना की आशंका को देखते हुए पवित्र स्नान के लिए नदी का सीमांकन किया गया है। घेरे के भीतर जाकर स्नान करने की अनुमति दी गई है। नदी के मुख्य प्रवाह में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस बीच जिला प्रशासन के आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी और उनकी टीम श्रध्दालुओं की हरकत पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इस कार्य में ड्रोन कैमरे की मदद ली जा रही है। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से जिला पुलिस विभाग के 800 जवानों के साथ 20 पुलिस अधिकारी यात्रा स्थल पर तैनात हैं। पुष्कर यात्रा के दूसरे दिन तक कोई अप्रिय घटना उजागर नहीं हुई।
नगरम घाट पर सुविधाओं का अभाव : जिला प्रशासन द्वारा प्राणहिता नदी के 2 घाट पर पूजा-अर्चना और पवित्र स्नान करने की व्यवस्था की गई है। इन घाट में से नगरम घाट पर असुविधा का आलम देखा गया। प्रशासन ने यहां प्रसाधनगृह और आराम कक्ष बनाया है। आराम कक्ष को टेंट नहीं लगाने से लोगों को कड़ी धूप में नदी तट पर पहुंचना पड़ रहा है। पवित्र स्नान के बाद धूप में ही उन्हें आराम करना पड़ रहा है। रात के समय नदी घाट परिसर में पर्याप्त पथदीप भी उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। फलस्वरूप श्रध्दालुओं को सिरोंचा शहर में पहुंचकर रात गुजारनी पड़ रही है। यहां बता दें कि, पुष्कर यात्रा में श्रद्धालुओं को सुविधा उपलब्ध कराने पालकमंत्री शिंदे ने जिला विकास नियोजन से कुल 10 करोड़ रुपए की निधि जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई है। इसी निधि से विकास कार्य पूर्ण करने का दावा जिला प्रशासन ने किया है, लेकिन नगरम घाट पर असुविधाओं का आलम होने से श्रध्दालुओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
एनडीआरएफ की टीम सिरोंचा में दाखिल : सिरोंचा की प्राणहिता नदी काफी बड़ी और गहरी है। आगामी 10 दिनों तक चलने वाली पुष्कर यात्रा में लाखों यात्रियों के पहुंचने की संभावना है। इस बीच कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए राज्य सरकार ने प्राणहिता नदी तट पर एनडीआरएफ की टीम को तैनात करने के निर्देश जारी किए हैं। निर्देशों का पालन करते हुए गुरूवार को एनडीआरएफ की एक टीम सिरोंचा पहुंच गई है। टीम नागपुर मुख्यालय की होकर आगामी 10 दिनों तक नदी तट पर तैनात रहेगी।
Created On :   15 April 2022 2:55 PM IST