पहले ही पेपर में परीक्षार्थियों के होश उड़े, अटपटे सवाल से 6 अंकों का नुकसान

In the very first paper, the senses of the examinees were lost, the loss of 6 marks due to the awkward question
पहले ही पेपर में परीक्षार्थियों के होश उड़े, अटपटे सवाल से 6 अंकों का नुकसान
एग्जाम पहले ही पेपर में परीक्षार्थियों के होश उड़े, अटपटे सवाल से 6 अंकों का नुकसान

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा मंगलवार से शुरू हुई। पहला पेपर अंग्रेजी का था। इस पहले ही पेपर ने परीक्षार्थियों के होश उड़ा दिए। प्रश्न-पत्र में 3 प्रश्न ऐसे थे, जो कुछ अटपटे थे। जानकारी के अनुसार, प्रश्न क्रमांक 3 में ए-3, ए-4 और ए-5 गलत तरीके से लिखे गए थे। इसका अर्थ नहीं समझ पाने से विद्यार्थियों ने इसे हल ही नहीं किया, जिससे करीब 6 अंकों पर संकट आ गया। परीक्षा देकर विद्यार्थी बाहर निकले, तो शिक्षकों ने इन प्रश्नों को देखा। पता चला कि ये प्रश्न नहीं है, बल्कि मूल्यांकनकर्ताओं को दिए जाने वाले मॉडल उत्तर पुस्तिका में लिखे प्रश्नों के उत्तर हैं। राज्य शिक्षा मंडल द्वारा तैयार प्रश्न-पत्र में इस तरह की चूक एक गंभीर मसला है, जिससे लाखों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है।

सचिव की सफाई : यह मामला शिक्षा वर्ग में तेजी से फैला तो मंगलवार शाम तक राज्य शिक्षा मंडल के सचिव की सफाई भी आ गई। मंडल के अनुसार, इस मुद्दे पर मुख्य नियामकों की संयुक्त बैठक ली जाएगी। उसकी रिपोर्ट के अनुसार विद्यार्थियों के हित में फैसला लिया जाएगा। मामले में शिक्षक वर्ग की भी प्रतिक्रिया आई है। शिक्षक नेता अनिल शिवणकर के अनुसार, प्रश्न-पत्र में इस तरह की गलती माफ करने योग्य नहीं है। राज्य शिक्षा मंडल में कितनी लापरवाही से काम होता है, यह स्पष्ट हो गया है। ये तीन प्रश्न कैसे हल करने है, इसका विद्यार्थियों को कोई अंदाजा नहीं था। ऐसे में अब राज्य शिक्षा मंडल को विद्यार्थियों को 6 अंक बोनस स्वरूप देने चाहिए।

8 नकलची पकड़े : मंगलवार को अंग्रेजी विषय के पेपर के साथ शुरू हुई 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों और उनके पालकों के चहेरों पर तनाव साफ नजर आया। किलर विषय कहे जाने वाले अंग्रेजी में कई विद्यार्थी परेशान हो जाते हैं। प्रश्न कैसे होंगे, किस प्रकार के होंगे, इस चिंता ने उन्हें घेर रखा था। इसका असर नकल के मामलों पर भी स्पष्ट नजर आया। परीक्षा केंद्रों पर गुपचुप तरीके से नकल चली। कुल मिला कर उड़न दस्तों ने 8 मामले पकड़े। इसमें सर्वाधिक 5 नकलची गोंदिया जिले में पकड़े गए। ऐसे ही चंद्रपुर में 2 और वर्धा में 1 पकड़े गए। नागपुर, भंडारा और गड़चिरोली में कोई नकलची नहीं पकड़ा गया। गौरतलब है कि बीते कई वर्षों से बोर्ड नकल मुक्त अभियान चला रहा है। दावा किया जा रहा है कि अब परीक्षा में नकल होती, लेकिन मंगलवार को मिले नकल के प्रकरणों ने बोर्ड के दावों की कलई खोल कर रख दी।
 

Created On :   22 Feb 2023 9:51 AM IST

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