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निजी संस्था के माध्यम से लेखा परीक्षण का निर्णय तत्काल रद्द करें
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शालेय पोषण आहार योजना अंतर्गत जिला परिषद व प्राथमिक शिक्षण संचालनालय स्तर से विविध प्रकार के अनुदान शालाओं को वितरित किए जा रहे हैं। शाला तहसील व जिला स्तर पर योजना पर अमल करते समय किए गए खर्च का लेखा परीक्षण करने के लिए सरकार ने शिंदे, चव्हाण, गांधी एंड कंपनी पुणे इस सनदी लेखापाल संस्था की नियुक्ति की है।
उक्त संस्था के माध्यम से वर्ष 2015-16 से वर्ष 2019-20 इस पांच वर्ष के समय में शाला, पंचायत समिति, जिला परिषद व महानगरपालिका के पास के शालेय पोषण आहार योजना के अभिलेखा के लेखा परीक्षण किया जाएगा। जो शालाएं दिए हुए निर्देशित पद्धति से पांच वर्ष का अभिलेख प्रस्तुत नहीं करेंगे उन शालाओं के प्रमुख, मुख्याध्यापकाें को 25000 रूपए का जुर्माना भरना पड़ेगा। जो जानकारी शाला प्रमुख/मुख्याध्यापकाें को भेजनी है, उसमें वर्ष 2015-16 से वर्ष 2019-20 इस समयावधि में प्रत्येक माह में उस समय कितना भंडारन का उपयोग किया और कितना शेष था, इसका पंजीयन, उस समयावधि में चावल खर्च विवरण तथा सरकारी खाते में भरी गई राशि के चालान के छायांकित कॉपी जेसे कई जानकारी मुख्याध्यापकाें को प्रथमतः तहसील स्तर पर बगैर गलती के भेजनी है। इसमें लेखा परीक्षण में कुछ पंजीयन छूट जाते हैं तो मुख्याध्यापक को 25000 रुपए जुर्माना भरना पड़ेगा। विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ ने इस सरकार निर्णय का तीव्र निषेध कर तत्काल निर्णय रद्द करने की मंाग की है। अन्यथा सभी जि.प.,पं.स.,महानगरपालिका शालाओं के शिक्षकों को साथ लेकर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
संगठ़न का कहना है कि, शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ाना छोड़ यही विषय करते रहेंगे तो विद्यार्थियों के शैक्षणिक गुणवतता पर असर होगा। क्या सरकार ग्रामीण क्षेत्र की शिक्षा का बंटाधार करने में तुली है, ऐसा सवाल उपस्थित करते हुए कहा कि, शालेय पोषण आहार योजना अंतर्गत शालाओं का लेखा परीक्षण निजी संस्था के माध्यम से करने संबंध में शासन निर्णय तत्काल रद्द करें, इस प्रकार का निवेदन शिक्षाधिकारी (प्राथ) दीपेंन्द्र लोखंडे के माध्यम से शिक्षण संचालक, पुणे को विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के सरकार्यवाह सुधाकर अडबाले के नेतृत्व में दिया गया। ज्ञापन देते समय विदर्भ माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रभाकर पारखी, मनोज वासाडे, बबनराव माथने, डा. विजय मसराम, पांडूरंग बदकी, केवलराम डांगे, पी.पी. उईके, प्रकाश पोटे आदि उपस्थित थे।
Created On :   1 Aug 2022 12:26 PM IST