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जेल में हुआ इग्नू का 32वां दीक्षांत समारोह, 5 बंदियों ने भी ली डिग्री
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय इग्नू द्वारा सेन्ट्रल जेल में गुरुवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन इस लिहाज से महत्वपूर्ण बन गया क्योंकि किसी विश्वविद्यालय का इस तरह का यह पहला आयोजन है। यह जेल के बंदी के लिए महत्वपूर्ण तो था ही साथ ही यह एक स्पष्ट संदेश भी था कि जेल समाज से कटी हुई कोई जगह नहीं, बल्कि आज समाज खुद उनसे जुड़ रहा है। जेल में आयोजित होने के कारण इस 32वें दीक्षांत समारोह के दौरान सभी शिक्षार्थियों में प्रसन्नता और रोमांच का मिश्रित और हर्षित भाव देखने को मिला। इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एस. श्रीनिवास ने अपने प्रतिवेदन में बताया कि 32वें दीक्षांत के लिए जबलपुर परिक्षेत्र के लिए 713 विद्यार्थियों ने डिग्री/डिप्लोमा प्रमाणपत्र पूर्ण किए हैं। व्यक्तिगत रूप से इस समारोह में 60 लोगों ने उपाधि प्राप्त की, इसमें पांच कैदी भी शामिल हैं। यह भी बताया कि इग्नू 21 जिलों में 32 अध्ययन केन्द्रों के माध्यम से पारंपरिक शिक्षा से वंचित लोगों तक शिक्षा पहुचाने का अपना दायित्व निर्वाह कर रहा है। उन्होंने बताया कि इग्नू जबलपुर परिक्षेत्र में 98 से अधिक पाठ्यक्रमों जैसे पर्यटन, समाजकार्य, अनुवाद आदि क्षेत्रों में रोजगार मूलक शिक्षा प्रदान कर रहा है, आगामी वर्ष में कौशल विकास के लिहाज से स्वास्थ सेवा क्षेत्र में कुछ महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम आरम्भ किए जा रहे हैं।
अतिथियों ने की प्रशंसा
जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार बिसेन ने कहा कि इग्नू की शिक्षा स्वयं में मानक है । इग्नू की पहुंच अभी भी सुदूरवर्ती उन क्षेत्रों में है जहाँ पारंपरिक प्रणाली की पहुच नहीं बन पा रही है । इग्नू अभी भी बहुत महत्वपूर्ण उद्देश्यों को लेकर गंभीरता के साथ शिक्षा के प्रसार का कार्य कर रहा है। मैं इग्नू से अपेक्षा रखता हूँ कि वो और सुदूरवर्ती अंचलों तक शिक्षा को पहुचाने का अपना उद्देश्य अनवरत जारी रखें । इस दौरान गोपाल ताम्रकार, उप महानिरीक्षक (जेल) कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अतिथि थे। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विधार्थियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि आज लोगों की आंखों में सपने तो हैं पर शिक्षा का सही उपयोग उन सपनों को पूरा करने की जिद में है।
आरम्भ में क्षेत्रीय केंद्र के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. विवेक श्रीवास्तव ने आमंत्रित विशिष्ट अतिथियों के साथ सभी का स्वागत किया एवं कहा कि विश्वविद्यालय और छात्र के सार्थक संबंधों की पूर्णता का उत्सव होता है दीक्षांत. उपाधि वितरण के लिए सभी छात्रों के नामों की घोषणा डॉ. हरीश कुमार केवट ने की, इस अवसर पर जबलपुर स्थित अध्ययन केन्द्रों के समन्वयक, गणमान्य नागरिक और अधिकारी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनीता पहाड़िया, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने किया।
Created On :   3 April 2019 7:04 PM IST