छात्रावासी छात्रों ने वन स्थली सारंगधर का किया भ्रमण
डिजिटल डेस्क,पन्ना। सर्वशिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत पन्ना नगर में संचालित नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालक छात्रावास के छात्रों को आज प्रसिद्ध वन स्थली सारंगधर का शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम कराया गया। जिला शिक्षा केन्द्र के समन्वयक के निर्देशानुसार छात्रावास के अधीक्षक अधीक्षक देवेश शर्मा के नेतृत्व में आज सुबह स्टॉफ सहित छात्र सारंगधर मंदिर पहुंचे जहां पर उनके द्वारा राम वनगमन पथ स्थली सुतीक्षण मुनि के आश्रम सारंगधाम का भ्रमण किया गया। भ्रमण के दौरान छात्रों द्वारा मंदिरों में दर्शन किए गए साथ ही साथ पवित्र जलकुण्डों के महत्व की जानकारी प्राप्त की गई। नन्हें-मुन्हें बालकों द्वारा उत्साहपूर्वक अरण्य स्थली सारंगधाम के वन क्षेत्र का भ्रमण किया गया। इस दौरान उन्होंने प्रकृति एवं वनों के संबध में अपने रेमेडियल शिक्षकों से महत्वपूर्ण जानकारी ली। छात्रावास के शिक्षकों द्वारा इस दौरान बच्चों को जानकारियों के साथ विभिन्न मनोरंगात्मक गतिविधियां करवाईं गईं। शैक्षणिक भ्रमण में पहुंचे विद्यार्थियों में बेहद उत्साह दिखाई दिया।
इस दौरान बच्चों द्वारा गीत, कविताओं तथा अन्य कलात्मक गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। सारंगधाम मंदिर के भ्रमण के उपरांत बच्चों को बंदरखोह स्थित पंचमुखी हनुमान जी के दर्शन के लिए ले जाया गया। जहां पर बच्चों ने उत्साह के साथ भजन-कीर्तन में भाग लिया। इस दौरान संत चिरैयादास जी महाराज द्वारा बच्चों और स्टॉफ को बंदरखोह स्थान और इसके महत्व को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। सारंगधाम मंदिर के स्थानों का भ्रमण करने के उपरांत छात्रावास के बच्चे वापिस आते हुए पन्ना मार्ग में पडने वाले लक्ष्मीपुर स्थित मानस वट पहुंचे जहां पर उनके द्वारा प्राचीन वट वृक्ष का अवलोकन किया गया। यहां पर बच्चों को बताया गया कि यहां पर जो वट वृक्ष है वह आज इतने बडे विशाल रूप में इसीलिए मौजूद है कि वट वृक्ष की निरंतर देखभाल की गई और उसका संरक्षण किया गया और इससे वट वृक्ष की जडें जमीन की गहराई में जाकर वृक्ष को न केवल विशालता दे रहीं हैं बल्कि मजबूती प्रदान किए हुए हैं। शैक्षणिक भ्रमण कार्यक्रम में छात्रावास अधीक्षक देवेश शर्मा के साथ रेमेडियल शिक्षक पुरूषोत्तम कोरी, छोटेलाल चौधरी, श्रीमती संध्या कोरी, श्रीमती प्रतिमा तिवारी, छात्रावास स्टॉफ खीर बाबू, कुंवर बहादुर, भवानी सिंह, जानकी देवी, कुंती बाई, गीता आदि शामिल रहीं।
Created On :   6 March 2023 3:55 PM IST