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जम्मू-कश्मीर: नायकू के एनकाउंटर से सदमे में हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन, कहा- घाटी में भारत का पलड़ा भारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय सेना की कार्रवाई में अपने कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद हिजबुल मुजाहिद्दीन सदमे में आ गया है। दो दिन पहले चिंगारी भड़काने की धमकी देने वाले हिजबुल चीफ सैयद सलाहुद्दीन ने अब कश्मीर में भारत की स्थिति को मजबूत बताया है, जबकि पाकिस्तान को कमजोर नीतियों के चलते जिम्मेदार ठहराया है। सलाहुद्दीन ने पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक सभा का ऑडियो जारी करते हुए कहा कि घाटी में रियाज नायकू के मारे जाने के बाद सलाहुद्दीन ने कहा कि भारत का पलड़ा भारी है। उसने कहा कि जनवरी से अब तक हमारे 80 आतंकी मारे गए हैं। सलाहुद्दीन ने माना कि भारतीय सेना आतंकियों के हर मंसूबे को नाकाम करने में सफल हुई है।
#WATCH Video emerges of US State Department designated Global terrorist and Hizbul Mujahideen Chief Syed Salahuddin holding a condolence meet for Hizbul terrorist Riyaz Naikoo, killed by Indian forces a few days ago pic.twitter.com/pruq3sTRtd
— ANI (@ANI) May 9, 2020
सभा में सलाहुद्दीन ने हंदवाड़ा मुठभेड़ को लेकर भी बात कही। सलाहुद्दीन ने माना कि जम्मू और कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई मुठभेड़ में राष्ट्रीय राइफल के कर्नल आशुतोष शर्मा और मेजर अनुज सूद के अलावा सेना के 2 जवानों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शकील काजी की शहादत में हिजबुल का ही हाथ था। उसने कहा कि हमारे पढ़े लिखे आतंकी मारे गए हैं। उसने कहा कि कल मारे गए अपने एक साथी के साथ इसमें शक नहीं कि हमको बहुत दिली सदमा हुआ, लेकिन दोस्तों-बुजुर्गों ये मारे जाने का सिलसिला पहले दिन से चला आ रहा है। सिर्फ जनवरी 2020 से आज तक 80 मुजाहिदीन मारे गए हैं और सब के सब काफी पढ़े लिखे थे।
बेघपोरा में एक ऑपरेशन में ढेर हुआ रियाज नायकू
बता दें कि जम्मू और कश्मीर के बेघपोरा में बीते बुधवार को हिजबुल कमांडर रियाज नायकू भारतीय सेना के एक ऑपरेशन में मारा गया था। वह यहां अपने परिवार वालों से मिलने आया था और एक घर में छिपा था। उसके साथ एक अन्य आतंकी भी मारा गया था। नायकू पहले गणित का शिक्षक था, लेकिन बाद में आतंक की राह पर चल पड़ा। वह साल 2012 में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ और कमांडर बना। उस पर कश्मीर घाटी में कई आतंकी वारदातों को अंजाम देने के आरोप है।
डोभाल का ऑपरेशन जैकबूट और रियाज नायकू
दरअसल, नायकू के मारे जाने के बाद कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों और बड़े-बड़े आतंकियों की हालत पस्त हो गई है। सैयद सलाउद्दीन के बयान इस बात की पुष्टि कर रहे हैं। गौरतलब है कि रियाज नायकू राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल के "ऑपरेशन जैकबूट" की लिस्ट का आखिरी बड़ा आतंकवादी था।
Created On :   9 May 2020 6:21 PM IST