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गैंगरेप केस: हाथरस जाने से TMC सांसदों को पुलिस ने रोका, धक्कामुक्की में गिरे डेरेक ओ ब्रायन, गांव में विपक्ष-मीडिया की एंट्री बैन
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले को लेकर ना सियासत थम रही है और ना ही हंगामा। गांव के बाहर रस्साकस्सी का माहौल है। पूरे गांव पर सख्त पहरा है। मीडिया को गांव के बाहर ही रोक दिया है। इस बीच पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे टीएमसी सांसदों को भी पुलिस ने गांव के बाहर रोक दिया। सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन भी मौजूद थे। टीएमसी के सांसदों और पुलिसकर्मियों में धक्कामुक्की भी हुई। इस धक्कामुक्की में डेरेक ओ ब्रायन जमीन पर गिर पड़े।
#WATCH: TMC delegation being roughed up by Uttar Pradesh Police at #Hathras border. The delegation, including Derek O"Brien, was on the way to meet the family of the victim of Hathras incident. pic.twitter.com/94QcSMiB2k
— ANI (@ANI) October 2, 2020
टीएमसी ने अपने बयान में कहा, दिल्ली से करीब 200 किलोमीटर की यात्रा करने वाले तृणमूल सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल को यूपी पुलिस ने हाथरस में प्रवेश करने से रोक दिया है। बयान में कहा गया, वे पीड़िता के परिवार के साथ एकजुटता व्यक्त करने और अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए अलग-अलग यात्रा कर रहे थे। हाथरस जाने से रोके गए नेताओं में तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन, डॉ. काकोली घोष दस्तीदार, प्रतिमा मंडल और पूर्व सांसद ममता ठाकुर शामिल थे।
बयान में कहा गया, हम शांतिपूर्वक हाथरस में परिवार से मिलने और अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। हम व्यक्तिगत रूप से यात्रा कर रहे हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। हमारे पास कोई शस्त्र नहीं हैं। हमें क्यों रोका जा रहा है? यह किस तरह का जंगल राज है, जिसमें निर्वाचित सांसदों को एक पीड़ित परिवार से मिलने से रोका जा रहा है?
राहुल गांधी को भी नहीं जाने दिया गया था
इससे एक दिन पहले गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता के परिवार से मिलने हाथरस जा रहे थे। लेकिन उन्हें भी पुलिस ने बीची में रोककर हिरासत में ले लिया था।इस दौरान भी पुलिस ने कांग्रेस नेताओं के बीच धक्कामुक्की हुई थी।
गांव में विपक्ष-मीडिया की एंट्री बैन
हाथरस में पीड़िता के गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पीड़िता के गांव में बाहरी लोगों, मीडिया और विपक्ष का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिले में धारा 144 लागू है। पुलिस प्रशासन ने पीड़िता के गांव जाने के सभी रास्ते सील कर दिए हैं।
सपा कार्यकर्ताओं का विरोध-प्रदर्शन
हाथरस गैंगरेप के विरोध में देशभर में प्रदर्शन जारी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
Lucknow: Police stop Samajwadi Party workers marching towards #MahatmaGandhi statue at Hazratganj from the party office. A protester says, "We were going to stage a protest the statue against Hathras incident the law order situation in the state." pic.twitter.com/Lu40SnEwKF
— ANI UP (@ANINewsUP) October 2, 2020
हाथरस कांड के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर मौन व्रत रखकर प्रदर्शन किया। बाद में सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को शांत कराकर हटाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानें, इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोंक हो गई। हालात नियंत्रण से बाहर होते देख पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने का प्रयास किया। इस दौरान दो सौ से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 2, 2020
सपा के सभी विधायक और एमएलसी पार्टी कार्यालय पर जुटे और पैदल मार्च शुरू किया। इस दौरान राजभवन चौराहे पर उन्हें पुलिस ने रोक दिया। उधर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर गांधी प्रतिमा की तरफ सपा विधायकों के हो रहे मार्च को रोक दिया।
लखनऊ में शांतिपूर्ण पैदल मार्च कर रहे सपा MLAs को पुलिस द्वारा दमनकारी सत्ता के इशारे पर रोकना निंदनीय!
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 2, 2020
बापू ने सदा अहिंसा का वरण किया, हाथरस में हैवानियत का शिकार बेटी और BJP सरकार के अत्याचार के खिलाफ गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाल रहे MLAs को अहंकारी, डरी हुई सरकार ने रोका। pic.twitter.com/VG5ohqbdy4
समाजवादी पार्टी के सभी विधायक पहले राज भवन चौराहे पर धरने पर बैठे थे। कई घंटे की धक्का-मुक्की के बाद सभी विधायक हिरासत में लिए गए। इसके बाद इन्हें इको पार्क भेज दिया गया। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, पूर्व विधायक इंदल रावत और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल हिरासत में लिए गये। वहीं कई कार्यकर्ता लाठीचार्ज में घायल हुए हैं।
सत्ता की लाठी खाएंगे, बेटी को न्याय दिलाएंगे।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 1, 2020
हर लाठी की गिनती जारी है।
अत्याचार की ये अंतिम पारी है।
एक एक लाठी का होगा हिसाब। pic.twitter.com/A4x03sG61Q
सपा का कहना है, प्रदेश में जंगलराज है। कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 2, 2020
योगी से मिलेंगे केंद्रीय मंत्री अठावले
केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास अठावले ने हाथरस की घटना की आलोचना करते हुए कहा, आरोपियों को जल्द और कठोर सजा मिले। उन्होंने कहा, वह पीड़िता के परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना देंगे।रामदास अठावले कल शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। इस दौरान रामदास अठावले मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग करेंगे।
वकील सीमा कुशवाह को भी रोका गया
निर्भया केस की वकील सीमा कुशवाह पीड़िता का केस लड़ने लिए उनके परिजनों से मिलने गांव जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें भी रोक दिया। आरोप है कि, एडीएम ने उनके साथ बदसलूकी की।
हाईकोर्ट ने मांगा जवाब
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने हाथरस की घटना का संज्ञान लिया है। कोर्ट ने 12 अक्टूबर तक ACS होम, DGP, ADG लॉ एंड ऑर्डर और हाथरस के DM और SP से जवाब मांगा है।
The Lucknow bench of Allahabad High Court takes suo motu cognizance of the #Hathras incident. Court seeks response from ACS Home, DGP, ADG Law Order and Hathras DM SP by 12th October
— ANI UP (@ANINewsUP) October 1, 2020
Created On :   2 Oct 2020 1:04 PM IST