आधे दिन का अवकाश, मांगा मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र!
एक शिक्षक के आधे दिन के आकस्मिक अवकाश के आवेदन पर बीईओ द्वारा मेडिकल बोर्ड का प्रमाण-पत्र मांगे जाने संबंधी आदेश चर्चा का विषय बना हुआ है। प्राथमिक शाला नरवार में पदस्थ सहायक शिक्षक एसडी पाठक 13 फरवरी को अचानक अस्वस्थ होने का हवाला देकर आकस्मिक अवकाश का आवेदन साथी शिक्षक को देकर चले गए। इसके बाद बीईओ सोहागपुर निरीक्षण पर पहुंचे, जिन्होंने आवेदन पर अस्वीकृत का टीप लगाते हुए मेडिकल बोर्ड का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने का आदेश दे दिया। शिक्षकों के बीच चर्चा है कि बीईओ की टीप नियम विरुद्ध है। क्योंकि आकस्मिक अवकाश को अवकाश नहीं माना गया है। साथ ही चिकित्सा प्रमाण पत्र उस स्थिति में मांगा जा सकता है जब कर्मचारी अवकाश प्रार्थना पत्र के साथ मेडिकल पत्र लगाए। सक्षम अधिकारी चाहे तो मेडिकल बोर्ड की राय ले सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि अवकाश स्वीकृत-अस्वीकृति का अधिकार संकुल प्राचार्य को है।
स्कूलों में चलन में है आधे दिन का आवेदन
बीइओ सोहागपुर एसपीएस चंदेल ने बताया कि सहायक शिक्षक एसडी पाठक अचानक अस्वस्थ होने की बात कहकर गए थे, इसलिए हमने डॉक्टर की रिपोर्ट मांगी है कि क्या वे वास्तव में अस्वस्थ थे। ऐसा लापरवाही पर किया है, क्योंकि अवकाश की सूचना सक्षम लोगों को नहीं थी। विकास यात्रा भी थी, शिक्षक बिना सूचना के गायब मिले थे। दरअसल ऐसे मामले में चलन में है। कई शिक्षक पहले से आधे दिन का आवेदन स्कूल में रखे रहते हैं। समय पर नहीं पहुंचने पर साथी शिक्षक को उसी आवेदन को दिखाने कह देते हैं। इससे स्कूल में बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है।
Created On :   19 Feb 2023 5:25 PM IST