ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन: नितीन गडकरी

Green hydrogen is the fuel of the future: Nitin Gadkari
ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन: नितीन गडकरी
सस्ती दर पर मिलेगी बिजली ग्रीन हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन: नितीन गडकरी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने कहा कि, देश में 16 लाख करोड़ का ईंधन आयात होता है। इस  खर्च को कम करने के लिए  बायो सीएनजी, ग्रीन हाइड्रोजन का अधिकाधिक उपयोग आवश्यक है। सोलर उर्जा की मदद से ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन हुआ, तो ग्राहकों को सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध होगी। ग्रीन हाइड्रोजन यह भविष्य का ईंधन है। ग्रीन हाइड्रोजन बायोमास से तैयार होता है आैर इसलिए   किसानों को ग्रीन हाइड्रोजन का  उत्पादन करना चाहिए। ऑल इंडिया  रिन्युएबल एनर्जी एसोसिएशन के नागपुर मुख्यालय के स्थापना कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर वे बोल रहे थे। राज्य के ऊर्जा सचिव दिनेश वाघमारे,  महाराष्ट्र  उर्जा विकास अभिकरण-महाऊर्जा के महासंचालक रवींद्र जगताप प्रमुखता से  उपस्थित थे। 

रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे : उन्होंने कहा कि, नवीकरणीय ऊर्जा में सौर उर्जा का अहम योगदान है। ऊर्जा बास्केट में  40  फीसदी से ज्यादा योगदान  आैर 250 गीगा वॅाट की क्षमता सोलर ऊर्जा में है। इससे  7 लाख 80 हजार करोड़ का निवेश  व  रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की आेर से सोलर कुकर,   सौर चूल्हा जैसे उपक्रम की शुरुआत की जा रही है। महावितरण के वितरण में  10 लाख करोड़ से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूशन हानी होने से बिजली में  प्री-पेड कार्ड जैसी व्यवस्था लाने की योजना पर केंद्र सरकार विचार कर रही है। 

उद्यमी करते हैं रूफ पैनल का उपयोग : उद्यमी सोलर रूफ पैनल की मदद से विद्युत का उपयोग करते है। उन्हें बिजली बिल में अनुदान मिलेगा, ऐसी योजना केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय ने तैयार की थी, लेकिन उसको वितरण कंपनियों से  सकारात्मक प्रतिसाद नहीं मिला। सोलर बिजली से सार्वजनिक स्थान व  सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था संचालित की तो बिजली की बचत होगी। सौर ऊर्जा का उपयोग  महा मेट्रो नागपुर भी कर रही है। 

अनुदान का लाभ देने पोर्टल शुरू करने का निर्णय : ऊर्जा सचिव  दिनेश वाघमारे ने कहा कि, सोलर रूफ टॉप में बहुत   क्षमता है। केंद्र सरकार ने हाल ही में ऊर्जा मंत्रालय के माध्यम से सोलर अनुदान  का सीधा लाभ देने के लिए  राष्ट्रीय पोर्टल शुरू करने का  निर्णय लिया है। इस दौरान सोलर, पवन, बायो गैस, हाइड्रोजन व जलसंवर्धन  क्षेत्र की कंपनियों के प्रतिनिधि व  नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के विशेषज्ञ   उपस्थित थे। 
 

Created On :   1 Aug 2022 3:36 PM IST

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