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कोरोना से अनाथ हुए 16 बच्चों को मिला सरकार का सहारा
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। कोरोना संक्रमण ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। कई बच्चे अनाथ हुए। वहीं महिलाएं विधवा और बुजुर्गों का सहारा भी छिन गया। कोरोना के चलते अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑनलाइन तरीके से संवाद किया। गड़चिरोली जिले में इस तरह के अनाथ बच्चों की संख्या 16 है। जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित एक विशेष समारोह में इन बच्चों को हेल्थ कार्ड का वितरण कर 15 लाख रुपए का पैकेज हस्तांतरित किया गया।
कार्यक्रम में क्षेत्र के सांसद अशोक नेते, अहेरी के विधायक धर्मरावबाबा आत्राम, निवासी उपजिलाधिकारी समाधान शेंगडे, जिला महिला व बाल विकास अधिकारी प्रकाश भांदककर, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी अविनाश गुरनुले, बाल कल्याण समिति सदस्य दिलीप बारसागडे, मनोहर हेपट, बाल न्याय मंडल सदस्य सविता सादमवार, चाइल्ड लाइन के जिला समन्वयक दिनेश बोरकुटे, बाल संरक्षण अधिकारी कवेश्वर लेनगुरे, प्रियंका आसुटकर, जयंत जथाटे, तनाेज ढवगाये, रवींद्र बंडावार आदि उपस्थित थे। इस समय अतिथियों की उपस्थिति में पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन योजना के तहत सभी 16 बच्चों को 10 लाख रुपए का डाकघर का पासबुक और 5 लाख के आयुष्यमान भारत प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना का स्वास्थ्य कार्य समेत प्रमाणपत्र का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों के साथ संवाद भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने अनाथ बच्चों के लिए चल रही प्रयोजकता योजना निधि को प्रति माह 2 हजार रुपए से 4 हजार रुपए करने की घोषणा की। अनाथ बच्चों को उम्र के 23 वर्ष तक मासिक स्टायफंड देने की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा आयुष्यमान भारत योजना से इन बच्चों को 5 लाख रुपए के स्वास्थ्य का बीमा भी दिया जाएगा। इस समय सांसद अशोक नेते ने कहा कि, केंद्र सरकार अनाथ बच्चों के विकास के लिए सदैव कटिबद्ध है।
कोरोना के चलते अपने माता-पिता को खो चुके अनाथ बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और उनका जीवन संवारने के लिए केंद्र सरकार तत्पर होकर इस कार्य में अब आमजनों के सहयोग की अपील भी उन्होंने की। कार्यक्रम में सभी 16 अनाथ बच्चे उपस्थित थे।
Created On :   1 Jun 2022 4:20 PM IST